ट्रंप के दौरे से पहले झुग्गियों में रहने वाले 45 परिवारों को घर खाली करने का मिला नोटिस

Update: 2020-02-18 12:13 GMT

अहमदाबाद में झुग्गी-झोपड़पट्टियों में रहने वाले 45 परिवारों पर बेघर होने का संकट, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे से पहले नगर निगम ने खाली करने का दिया नोटिस....

जनज्वार। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले झुग्गी-झोपड़ियों के आगे दीवार बनवाने का मामला इन दिनों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बना हुआ है। वहीं इस बीच अहमदाबाद में मोटेरा स्टेडियम के आसपास झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले 45 परिवारों पर बेघर होने का संकट सामने आ गया है।

रअसल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का आयोजन इसी स्टेडियम में होना है। लेकिन उससे पहले अहमदाबाद नगर निगम की ओर से मोटेरा स्टेडियम के करीब डेढ़ किलोमीटर नजदीक झुग्गी-झोपड़पट्टियों में रहने वाले 45 परिवारों को नोटिस थमा दिया गया और उन्हें जगह को खाली करने का आदेश दिया गया है।

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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, निर्माण कार्य में लगे झुग्गी में रहने वाले करीब 200 परिवारों का कहना है कि उन्हें यहां से जाने के लिए कहा गया है। परिवारों का कहना है कि वे दो दशक से यहां रह रहे हैँ और ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम की वजह से उन्हें यहां से हटाया जा रहा है। हालांकि अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि नोटिस का ट्रंप के कार्यक्रम से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है।

Photo : Reuters

हां पिछले 22 साल से रहने का दावा करने वाले शख्स तेजा मेडा ने बताया कि नोटिस देने आए नगर निगम के अधिकारी ने हमें जल्द से जल्द से यह जगह खाली करने को कहा। उन्होंने हमसे कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति मोटेरा स्टेडियम आने वाले हैं ऐसे में वे चाहते हैं कि हम यहां से चले जाएं।

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हां श्रमिक के रुप में काम करने वाले मध्यप्रदेश के झाबुआ के रहने वाले मेडा बताते हैं कि आज काम पर न जाने के लिए पहले ही सूचित कर दिया गया था क्योंकि नोटिस को रिसीव करने के लिए मौजूद रहने की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि हम सभी निर्माण श्रमिक हैं और मजूर अधिकार मंच में पंजीकृत हैं। हम लोग बमुश्किल औसत रोज 300 रुपये कमा पाते हैं।

Full View के रहने वाले 24 वर्षीय पंकज दामोर का कहना है कि अधिकारियों ने उनसे कहा कि तुम लोगों का जहां मन करें, वहां चले जाओ। पंकज का कहना है कि हर परिवार में कम से कम 4 लोग हैं। इतने कम समय में वे सभी लोग कहा जाएंगे।

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