6 महीने की हिरासत के बाद फारूक अब्दुल्ला को किया जा रहा रिहा, PSA भी हटा
जनज्वार। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में लिए गए पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला को रिहा किया जा रहा है। उन पर लगाए गए पब्लिक सेफ्टी एक्ट भी हटा दिया गया है। वह करीब छह महीने से हिरासत में थे। फारुक अब्दुल्ला को उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और अन्य नेताओं के साथ 5 अगस्त को हिरासत में ले लिया गया था।
वहीं नेशनल कान्फ्रेंस ने इस फैसले का स्वागत किया है। पार्टी ने एक ट्वीट के जरिए बयान जारी किया है जिसमें कहा कि जम्मू और कश्मीर नेशनल कान्फ्रेंस पीएसए के तहत डॉ. फारूक अब्दुल्ला को नजरबंदी से रिहा करने का स्वागत करता है। यह रिहाई जम्मू और कश्मीर में वास्तविक राजनीतिक प्रक्रियाओं की बहाली की सही दिशा में एक कदम है।
JKNC Welcomes release of Dr Farooq Abdullah pic.twitter.com/8CIp8I4Rap
— JKNC (@JKNC_)
?ref_src=twsrc^tfw">March 13, 2020
पार्टी ने आगे कहा कि अब पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और अन्य राजनीतिक बंदियों को मुक्त कर दिया जाता है तो इन प्रक्रियाओं को और अधिक राहत मिलेगी। हम सरकार से जल्द से जल्द ऐसा करने का आग्रह करते हैं।
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बता दें, कुछ दिन पहले आठ विपक्षी पार्टियों ने भाजपा नेतृत्व वाली सरकार से मांग की थी कि कश्मीर में हिरासत में रखे गए सभी नेताओं को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। हिरासत में रखे गए नेताओं में तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल हैं।
पीडीपी सांसद मीर मोहम्मद फयाद ने कहा, 'हम फारुक अब्दुल्ला की रिहाई का स्वागत करते हैं। हम मांग करते हैं कि हमारी नेता महबूबा मुफ्ती और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला को भी रिहा किया जाए। भारत सरकार को अब कश्मीर में राजनीतिक संवाद शुरू करना चाहिए।'
वहीं कश्मीर से राज्यसभा सांसद नाजीर अहमद लवाई ने कहा, हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। हम मांग करते हैं कि सभी नेताओं जो युवा और आम लोगों को गिरफ्तार किया है उनको भी रिहा किया जाए।