6 महीने की हिरासत के बाद फारूक अब्दुल्ला को किया जा रहा रिहा, PSA भी हटा

Update: 2020-03-13 09:36 GMT

जनज्वार। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में लिए गए पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला को रिहा किया जा रहा है। उन पर लगाए गए पब्लिक सेफ्टी एक्ट भी हटा दिया गया है। वह करीब छह महीने से हिरासत में थे। फारुक अब्दुल्ला को उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और अन्य नेताओं के साथ 5 अगस्त को हिरासत में ले लिया गया था।

हीं नेशनल कान्फ्रेंस ने इस फैसले का स्वागत किया है। पार्टी ने एक ट्वीट के जरिए बयान जारी किया है जिसमें कहा कि जम्मू और कश्मीर नेशनल कान्फ्रेंस पीएसए के तहत डॉ. फारूक अब्दुल्ला को नजरबंदी से रिहा करने का स्वागत करता है। यह रिहाई जम्मू और कश्मीर में वास्तविक राजनीतिक प्रक्रियाओं की बहाली की सही दिशा में एक कदम है।

पार्टी ने आगे कहा कि अब पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और अन्य राजनीतिक बंदियों को मुक्त कर दिया जाता है तो इन प्रक्रियाओं को और अधिक राहत मिलेगी। हम सरकार से जल्द से जल्द ऐसा करने का आग्रह करते हैं।

Full View कान्फ्रेंस ने बयान में आगे कहा कि जम्मू और कश्मीर के एक मुख्य राजनीतिक दल के रुप में नेशनल कान्फ्रेंस ने लोकतंत्र के माध्यम से लोगों की आवाज को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और यह आगे भी जारी रहेगा।

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ता दें, कुछ दिन पहले आठ विपक्षी पार्टियों ने भाजपा नेतृत्व वाली सरकार से मांग की थी कि कश्मीर में हिरासत में रखे गए सभी नेताओं को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। हिरासत में रखे गए नेताओं में तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल हैं।

पीडीपी सांसद मीर मोहम्मद फयाद ने कहा, 'हम फारुक अब्दुल्ला की रिहाई का स्वागत करते हैं। हम मांग करते हैं कि हमारी नेता महबूबा मुफ्ती और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला को भी रिहा किया जाए। भारत सरकार को अब कश्मीर में राजनीतिक संवाद शुरू करना चाहिए।'

हीं कश्मीर से राज्यसभा सांसद नाजीर अहमद लवाई ने कहा, हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। हम मांग करते हैं कि सभी नेताओं जो युवा और आम लोगों को गिरफ्तार किया है उनको भी रिहा किया जाए।

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