नाबालिग बेटी के साथ हुए गैंगरेप की रिपोर्ट लिखाने थाने गया पिता तो पुलिस डालने लगी सुलह के लिए दबाव

Update: 2018-06-20 05:57 GMT

मीडिया में मामला पहुंचने के बाद पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, गिरफ्तार किए गए गैंगरेप के तीन आरोपी, एक फरार

फरीद आरजू की रिपोर्ट

बलरामपुर, जनज्वार। रेप—बलात्कार की घटनाएं देश में जितनी बड़ी तादाद में घट रही हैं, उसमें भी खासकर जितने बड़े पैमाने पर बलात्कार नाबालिग बच्चियों को अपना शिकार बना रहे हैं उससे लगता है कि हम मानसिक रूप से कुंठित और दिवालिया हो चुके समाज में रह रहे हैं। उस पर पुलिस का रवैया और भी असंवेदनशील होता है, जो पीड़ित के परिजनों का बजाय सहयोग करने के उनके साथ बदसलूकी करने से बाज नहीं आता।

उत्तर प्रदेश ने तो जैसे बलात्कार प्रदेश का तमगा ही हासिल कर लिया है। हाल में प्रदेश के बलरामपुर के पचपेड़वा थाना क्षेत्र में नाबालिग युवती से सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला आया है। दुष्कर्म पीड़ित युवती को साथ लेकर थाना गये पिता की शिकायत सुनने के बजाय स्थानीय पुलिस उन पर सुलह के लिए दबाव बनाने लगी। बाद में मीडिया के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है!

मामला बलरामपुर जिले के थाना पचपेड़वा क्षेत्र का है। जिले के थाना गैसड़ी की रहने वाले पीड़िता के पिता के मुताबिक 17 जून की शाम उनकी 14 वर्षीय नाबालिग पुत्री अपनी मां से नाराज होकर दो सहेलियों के साथ ट्रेन से देवीपाटन मंदिर दर्शन के लिए चली गई। ट्रेन से वापस लौटते समय देर हो जाने के कारण उसे नींद आ गई और वो सो गई। दोनों सहेलियां तो गैसड़ी रेलवे स्टेशन पर उतर गईं, लेकिन उसकी नींद एक स्टेशन बाद पचपेड़वा रेलवे स्टेशन पर खुली।

पीड़ित नाबालिग ने बताया कि जब वो ट्रेन से उतरकर कुछ खाने के लिए एक होटल पर गई तो वहां से ही चार युवक उसके पीछे लग गये। युवक उसको उठाकर रेलवे स्टेशन के पास बाग में ले गये और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। लड़की का रेप करने के बाद वो चारों मौके से फरार हो गये।

18 जून की सुबह बेटी को खोजते हुए पिता जब पचपेड़वा रेलवे स्टेशन पहुंचा तो बेटी ने रोते हुए पिता को आपबीती बताई। पीड़िता के पिता जब उसे लेकर निकले तो बाहर चाय की दुकान पर तीन आरोपी बैठे हुए थे। पीड़िता ने तीनों की ओर इशारा कर बताया कि उसके साथ दुष्कर्म करने वालों में ये तीनों शामिल थे।

पीड़िता के पिता ने आसपास जब बलात्कारियों के बारे में पूछताछ शुरू की तो चारों का नाम पता चला। नाबालिग के पिता का आरोप है कि जब पीड़ित लड़की और वो शिकायत करने थाने पहुंचे तो कार्रवाई करने के बजाय पुलिस उल्टा सुलह समझौते के लिए दबाव बनाने लगी। मामला जब मीडिया के संज्ञान में आया तब जाकर पुलिस ने 19 जून को एफआईआर दर्ज की।

पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के मुताबिक पुलिस ने सामूहिक बलात्कार मामले में चार आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया है।

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