ग्रामीण को दबंगों ने अपना ही थूक चाटने पर किया मजबूर

Update: 2017-10-20 10:58 GMT

पुलिस के मुताबिक गांव में बाल काटने की दुकान चलाने वाले महेश ठाकुर को पहले 25 चप्पल मारने का फरमान पंचों ने दिया था लेकिन बाद में वह पांच चप्पल कर दिया गया

बिहार। राजधानी पटना से 90 किलोमीटर की दूरी पर बसे नालंदा जिले में जातीय उत्पीड़न की घटना सामने आई है। नालंदा के नूरसरानी ब्लॉक के अजयपुर गांव के 54 वर्षीय महेश ठाकुर को उन्हीं के गांव के सरपंच सुरेंद्र यादव ने महेश को अपना थूक चाटने और चप्पल से पीटे जाने का फरमान सुनाया। नालंदा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जनपद है। 

नालंदा के जिलाधिकारी के अनुसार, 18 की रात महेश ठाकुर सुरेंद्र यादव के घर खैनी मांगने गए थे, लेकिन वह घर में दरवाजा खटखटाए बिना घुस गए और उस वक्त घर में कोई मर्द सदस्य नहीं था। इस घटना की शिकायत घर की महिलाओं ने परिवार के मुखिया सुरेंद्र यादव से की, जिसके बाद महेश ठाकुर को यह सजा दी गयी।  इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें अजनौर गांव का सरपंच भी शामिल है। 

सजा सरपंच सुरेंद्र यादव द्वारा बुलाई गयी पंचों की बैठक में दीवाली की दोपहर दी गयी। इस सजा में औरतों ने महेश ठाकुर की चप्पलों से पिटाई की। अजयपुर गांव में यादव जातियों का वर्चस्व है और खुद सुरेंद्र यादव गांव के दबंगों में शामिल हैं, जबकि महेश ठाकुर गांव में नाई की दुकान चलाकर अपना पेट पालते हैं।

मौके पर पहुंची पुलिस के मुताबिक सुरेंद्र यादव की अनुपस्थिति जब महेश ठाकुर उनके घर पहुंचे तो घर पर केवल महिलाएं थीं। महेश ठाकुर अक्सर सुरेंद्र यादव के यहां खैनी लेने जाते थे। पर उस दिन सुरेंद्र यादव की अनुपस्थिति में महेश खैनी लेने रात में पहुंच गए। इस बात का महिलाएं बुरा मान गयीं।

पुलिस के अनुसार परिवार में किसी को महेश का खैनी मांगने आना पसंद नहीं था। ऐसे में जब सुरेंद्र यादव घर पहुंचे तो महिलाओं ने शिकायत की। महेश की शिकायत से बौखलाए सुरेंद्र यादव तुरत ही उसको गालियां देने और मारने के लिए जाने लगे। लेकिन परिवार और जाति वालों ने सुबह इंतजार करने के लिए कहा। और सुबह में सरपंच सुरेंद्र यादव ने पंचायत बुलाकर चप्पलों से मारने और थूक चाटने का फरमान सुनाया। हालांकि पहले 25 चप्पल मारने का फरमान पंचों ने दिया था लेकिन बाद में वह पांच चप्पल कर दिया गया।

बिहार सरकार के मंत्री नंद किशोर यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बहुत ही निंदनीय घटना है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। नालंदा जिलाधिकारी एसएम तियागराजन ने कहा कि इस मामले की प्रशासनिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

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