जिससे प्रेरित होकर बनी 'चक दे इंडिया' फिल्म, आज पति कर रहा है उसी खिलाड़ी का उत्पीड़न
पंजाब के कपूरथला जिले के पुलिस स्टेशन सुल्तानपुर लोधी और इंफाल में दर्ज कराया सूरजलता ने पति के खिलाफ घरेलु हिंसा और मानसिक रूप से तंग करने का मामला
जनज्वार, चंडीगढ़ ब्यूरो। अपने संघर्ष से हॉकी में सफलता हासिल करने वाली भारतीय हॉकी टीम पूर्व कप्तान अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित वाइखोम सूरजलता देवी अब घरेलु मोर्चे पर इंसाफ के लिए जूझ रही है। उन्होंने अपने पति शांता कुमार के खिलाफ घरेलू हिंसा, शारीरिक उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना की शिकायत पुलिस को दी है। इंफाल पुलिस और पंजाब पुलिस ने उनकी शिकायत पर अलग अलग मामला दर्ज किए हैं।
शांता कुमार भी पूर्व हॉकी खिलाड़ी हैं। खेल की वजह से ही दोनों ने शादी की थी। सूरजलता भारतीय हॉकी टीम की वह खिलाड़ी हैं, जिनके खेल के किए गए संघर्ष और मिली सफलता पर शाहरुख खान की हिंदी फिल्म 'चद दे इंडिया' बनी थी।
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सूरजलता ने बताया कि शादी के बाद से ही उनके पति लगातार उनका शोषण कर रहे थे। 39 वर्षीय सूरजलता ने 2005 में शांता कुमार से शादी की थी। उनके दो बच्चे भी हैं। सूरजलता ने लगातार तीन वर्षों तक भारतीय टीम का नेतृत्व किया इसमें 2002 राष्ट्रमंडल खेल, 2003 एफ्रो-एशियाई खेल और 2004 हॉकी एशिया कप जीता था। उन्हें 2003 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
अब अचानक क्या हुआ?
अपनी शिकायत में सूरजलता ने बताया कि उनका उत्पीड़न तो शादी के बाद से ही शुरू हो गया था। वह तब किसी तरह से बर्दाश्त करती रहीं। अब हालात काबू से बाहर होते जा रहे थे। पिछले साल 8 नवंबर को सूरजलता और उनके पति दोनों पंजाब के कपूरथला में रेल कोच फैक्टरी में आए हुए थे। उनका आरोप है कि यहां उनके पति ने शराब पीकर उनके साथ बुरी तरह से मारपीट की। वह बेहोश हो गयीं और उन्हें काफी चोट आयी। उन्होंने किसी तरह से अपने को संभाला। 14 नवंबर को जब वह इंफाल वापिस गयीं तो उन्हें इतनी चोट थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। तब उन्होंने तय किया कि अब वह चुप नहीं रहेगी।
इंफाल पुलिस में दर्ज कराया मामला
इंफाल में उन्होंने 16 नवंबर को अपने पति के खिलाफ मारपीट करने पुलिस को शिकायत दी। इंफाल पुलिस को जब पता चला कि मारपीट पंजाब में हुई तो उन्हें पंजाब में ही मामला दर्ज कराने को बोला गया। तब वह पंजाब पहुंचीं और यहां 15 फरवरी को अपने पति के खिलाफ पंजाब के कपूरथला में सुल्तान लोधी पुलिस स्टेशन में शिकायत दी। उन्होंने अलग से एक शिकायत इंफाल में भी पति के खिलाफ दर्ज करायी है। इसमें भी पति पर घरेलु हिंसा समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने बताया कि दहेज के लिए उन पर दबाव डाला जाता था। बात—बात पर ताना मारा जाता था। उनके पति उन्हें मानसिक तौर पर भी परेशान करते हैं। जब मन आता था मारपीट करते थे। परिवार बचा रहे, इसलिए पति का अत्याचार बर्दाश्त करती रही।
जिन मैडल के लिए सम्मान मिला, पति की नजर में वह जीरो
देश उनकी उपलब्धि पर मान करता हैं, लेकिन पति की नजर में मैडल जीरो हैं। अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी ने बताया कि उपनका पति कहता है कि मैडल से कुछ नहीं होता। वह अक्सर उनके चरित्र पर भी सवाल उठाते हुए उत्पीड़न करता था। यहां तक बोल दिया जाता है कि महिला होने की वजह से वह सीनियर अधिकारियों की उस पर मेहरबानी रही। इस वजह से उसे अर्जुन अवार्ड मिला है। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि इस तरह के तानों से वह मानसिक रूप से बहुत परेशान है।
मामले की जांच कर रहे हैं
अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी होने की वजह से पुलिस मामले में देख—देख कर कदम रख रही है। पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि हर एंगल से जांच कर रहे हैं, क्योंकि मामला बड़ा है। पंजाब के सुल्तानपुर लोधी पुलिस स्टेशन के एसएचओ सर्बजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। हम इंफाल पुलिस के संपर्क में हैं। सारे तथ्य जुटा कर आगे की कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
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एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी के साथ पुलिस का यह रवैया तो आम आदमी का क्या होगा? दूसरी ओर पंजाब में महिला अधिकार कार्यकर्ता किरतजौत ने कहा कि पुलिस इस मामले में ढीली कार्यवाही कर रही है। एक अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी के साथ यदि पुलिस का रवैया यह है तो आम आदमी के साथ पुलिस का रवैया कैसा होगा?