लखीमपुर खीरी में 4 साल की बच्ची का दबंग पड़ोसी ने किया बलात्कार, विरोध करने पर घर में लगा दी आग

Update: 2019-11-19 05:12 GMT

बलात्कार पीड़ित बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा बच्ची के नाजुक अंगों गुप्तांगों और चेहरे पर हैं चोट के निशान, हालत है गंभीर...

लखीमपुर खीरी से मुश्ताक अंसारी की रिपोर्ट

जनज्वार। उत्तर प्रदेश में दिन-ब-दिन सामने आ रही वीभत्स और इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटनाओं से साफ है कि योगी सरकार में कानून का डर समाप्त हो चुका है। जिले के हैदराबाद थाना क्षेत्र के गांव बाकरगंज में 4 साल की बच्ची को 17 नवंबर को बहला कर एक युवक अपने घर ले गया और से दुष्कर्म किया। बच्ची के घरवालों ने जब आरोपी से नाराजगी जताई तो भड़क गया और पीड़ित के घर में आग लगा दी।

क छप्पर जलने के बाद आग पर काबू पा लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित बच्ची के पिता की 2 साल पहले मृत्यु हो चुकी है।

गौरतलब है कि रविवार की शाम घर पर 4 साल की बच्ची और 6 साल का उसका भाई ही थे। उनकी मां गांव में किसी काम से गई थी। अन्य दो भाई भी घर पर नहीं थे।

लात्कार पीड़ित बच्ची की मां मां के मुताबिक रविवार 17 नवंबर को करीब सुबह 6 बजे गांव का ही 25 वर्ष का युवक मुकेश उसके घर आया और उसकी पुत्री को फुसलाकर अपने घर ले जाकर उससे दुष्कर्म किया। बच्ची रोती—बिलखती अपने घर पहुंची। घर लौटने पर मां ने बेटी के शरीर पर खून देखकर पूछा तो उसने घटना के बारे में मां को बताया।

च्ची की मां जब आरोपी के घर शिकायत करने गई तो युवक और उसके परिवार के लोग भड़क गए। उसके बाद बलात्कार आरोपित युवक और उसके परिजनों ने पीड़िता के घर में आग लगा दी। हालांकि आग बुझा ली गई, जिससे कम नुकसान हुआ।

पुलिस भी रविवार 17 नवंबर की रात तक घटना पर परदा डालती रही। सोमवार 18 नवंबर को सपा के पूर्व विधायक विनय तिवारी गांव पहुंचे और उन्होंने पुलिस से तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने को कहा। उसके बाद रिपोर्ट दर्ज करके आरोपी मुकेश को गिरफ्तार किया गया।

स मसले पर एसपी पूनम कहती हैं कि बलात्कार आरोपी मुकेश को जेल भेज दिया गया है। मासूम पीड़ित बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

च्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची के नाजुक गुप्तांगों और चेहरे पर चोट के निशान हैं। उधर गांव वालों का कहना है कि आरोपी पक्ष अवैध शराब का कारोबार करता है। इस कारण पुलिस से उन लोगों की सांठगांठ रहती है, यही वजह रही कि गांव वालों की सूचना पर भी पुलिस ने घटना वाले दिन यानी रविवार 17 नवंबर को कोई कार्यवाही नहीं की।

नाम न छापने की शर्त पर बलात्कार आरोपी मुकेश का एक पड़ोसी कहता है, 'पुलिस पूरे मामले को दबाने की कोशिश करती रही। घटना का विरोध करने पर आरोपी पक्ष ने जिस तरह पीड़ित बच्ची के मकान में ही आग लगा दी। आरोपी और उसके परिवार वाले काफी दबंग हैं। इसी के चलते उनकी इतनी हिम्मत पड़ी कि वह पीड़ित के यहां आग लगाने पहुंच गए। आग लगी देखकर समय रहते गांव के लोग आ गए और उन्होंने आग को बुझा दिया, वरना बड़ा नुकसान होता।'

ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते आग नहीं बुझाई गयी होती तो यह आग दूसरे के मकानों में भी पहुंच सकती थी। आग बुझाने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बावजूद पुलिस की सक्रियता नहीं दिखी। सोमवार 18 नवंबर को सपा के पूर्व विधायक विनय तिवारी की चेतावनी पर पुलिस ने कार्रवाई की। उधर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष कय्यूम खान के नेतृत्व में पूर्व जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल पूर्व विधायक विनय तिवारी गोला, पूर्व विधायक सदर उत्कर्ष वर्मा पीड़ित की माँ से अस्पताल जाकर मिले और आर्थिक मदद की।

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