दिल्ली हारने के बाद अमित शाह को हुआ 'आत्मज्ञान', कहा नफरती बयानों से हुई हमारी हार

Update: 2020-02-13 16:20 GMT

अपने नेताओं की विवादित बयानबाजी पर बोले अमित शाह, भाजपा के नेताओं नहीं देने चाहिए थे गोली मारों और भारत पाक मैच जैसे बयान...

जनज्वार। दिल्ली चुनाव के परिणाम सामने आने और करारी हार मिलने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहली बार अपने ही नेताओं के विवादित बयानों की निंदा की है। अमित शाह ने कहा कि 'गोली मारो' और 'भारत-पाक मैच' जैसे बयानों ने भाजपा नेताओं को बचना चाहिए था।

मित शाह ने कहा कि पार्टी इस तरह के बयानों से खुद को अलग रखती है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अमित शाह ने कहा, 'हो सकता है पार्टी नेताओं द्वारा दिए गए नफरत भरे बयानों के कारण भाजपा को चुनावों में नुकसान उठाना पड़ा हो।'

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Full View शाह ने कहा कि हम सिर्फ हार या जीत के लिए चुनाव नही लड़ते हैं। चुनाव बहुत सारे दलों के लिए सरकार बनाने और सरकार गिराने के लिए होते हैं। भाजपा एक विचारधारा पर आधारित पार्टी है, हमारे लिए चुनाव हमारी विचारधारा को बढ़ाने का भी चुनाव होता है। सिर्फ जय पराजय के लिए हम चुनाव नहीं लड़ते। उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव को लेकर मेरा आकलन गलत साबित हुआ।

ता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात्र आठ सीटों पर जीत मिली है जबकि आम आदमी पार्टी ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है। आम आदमी पार्टी को 62 सीटों पर जीत हासिल हुई है। भारतीय जनता पार्टी लगातार पांचवीं बार है।

चुनाव प्रचार के दौरान विवादित बयान देने से भाजपा के कई नेता सुर्खियों में आए थे। इनमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा और भाजपा उम्मीदवार कपिल मिश्रा के बयान भी शामिल हैं। अनुराग ठाकुर ने एक रैली के दौरान समर्थकों से 'गोली मारों सालों को' नारे लगवाने के लिए उकसाया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनको चुनाव प्रचार करने से रोक दिया था।

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सी तरह कपिल मिश्रा ने भी 'गोली मारो' के नारे लगाए थे। जबकि प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग की महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था।

 

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