जम्मू नगर निगम ने दो जंक्शनों का नाम बदलकर किया 'भारत माता चौक' और 'अटल जी चौक'

Update: 2020-03-03 08:14 GMT

जम्मू नगर निगम ने दो जंक्शनों का नाम बदलकर किया भारत माता चौक और अटल जी चौक, विपक्षी नगरसेवकों ने इतिहास को बिगाड़ने की कोशिश का लगाया आरोप...

श्रीनगर से फैजान मीर की रिपोर्ट

जनज्वार। जम्मू नगर निगम (जेएमसी) ने 'भारत माता चौक' और 'अटल जी चौक' के रूप में शहर के दो महत्वपूर्ण जंक्शनों का नाम बदल दिया है, जबकि एक अन्य जंक्शन का नाम बाबा अमरनाथ चौक रखा जाएगा। विपक्षी नगरसेवकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह मंदिरों के शहर का इतिहास विकृत करने की दिशा में एक कदम है। विपक्ष नगरसेवकों ने आरोप लगाया कि जब आधिकारिक घोषणा या अधिसूचना की प्रतीक्षा की जा रही थी निगम ने शहर के चौक के बीच में रात में होर्डिंग्स लगाए।

क अधिकारी ने कहा, 'चौथे पुल पर तीसरा होर्डिंग जल्द ही लगाया जाएगा और इसे 'बाबा अमरनाथ चौक' कहा जाएगा।' उन्होंने बताया कि चार महीने पहले सिटी चौक का नाम बदलकर 'भारत माता चौक' रखने का प्रस्ताव जम्मू नगर निगम की डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा ने रखा था। इसके अलावा भाजपा के पूर्व विधायक राजेश गुप्ता ने अपने कार्यकाल के दौरान शहर की प्रसिद्ध रोटरी का नाम बदलने के लिए जम्मू नगर निगम को पत्र लिखा था।

संबंधित खबर : जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष अशोक कौल बोले, 1990 के जैसे हालात बनाना चाहते हैं दूसरी पार्टियों के नेता

हां यह बताना उचित होगा कि जेएमसी ने शनिवार को अपने घर की बैठक में महाराजा हरि सिंह और जम्मू विश्वविद्यालय का नाम महाराजा गुलाब सिंह के नाम पर रखने के लिए जम्मू एयरपोर्ट का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित किया था। एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि शहर के जंक्शनों के नाम बदलने के लिए उचित नियमों और मानदंडों का पालन नहीं किया गया।

Full View केएएस अधिकारी जो जेएमसी के लिए सेवा दे चुके हैं। उन्होंने नाम ना छापने की शर्त पर समाचार नाउ को बताया कि निर्धारित मानदंडों और नियमों का पालन किए बिना जंक्शनों का नाम बदल दिया गया। जम्मू कश्मीर सरकार की अनुमति के बिना जंक्शनों का नाम नहीं बदला जा सकता है।

न्होंने कहा कि भले ही जम्मू नगर निगम के पार्षदों ने इन जंक्शनों का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव पारित किया है लेकिन इसके लिए सरकार की मंजूरी जरुरी है। उन्होंने कहा कि लेकिन इस मामले में कुछ भी नहीं किया गया है और निगम ने सीधे नए नामों के साथ होर्डिंग्स स्थापित किए हैं।

संबंधित खबर : भारत के धर्म-निरपेक्ष चरित्र के कारण जम्मू-कश्मीर हुआ था भारतीय संघ में शामिल

पने आरोपों का विरोध करते हुए भाजपा पार्षद राजिंदर शर्मा ने कहा कि नीतिगत मामलों में सरकार की अनुमति की आवश्यकता होती है, लेकिन शहर के चौक या सौंदर्यीकरण परियोजनाओं के नाम बदलने के लिए जम्मू नगर निगम की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है।

Full View कहा कि जम्मू नगर निगम एक संवैधानिक निकाय है और इसे अनुमति की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा एक कांग्रेस पार्षद गौरव चोपड़ा ने कहा कि भाजपा सिर्फ जम्मू और कश्मीर के इतिहास को बदलना चाहती है।

न्होंने कहा कि भाजपा पार्षद शहर के विकास में दिलचस्पी नहीं रखते हैं लेकिन वे मंदिरों के शहर के इतिहास को विकृत करना चाहते हैं।

Tags:    

Similar News