ज्योतिरादित्य सिंधिया की बढ़ी मुश्किलें, दस्तावेजों में हेरफेर कर जमीन बेचने का मामला
सुरेंद्र श्रीवास्तव नाम के एक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि सिंधिया ने एक संपत्ति के दस्तावेजों में हेरफेर कर 6,000 फुट की जमीन का हिस्सा शिकायतकर्ता को बेचा था...
जनज्वार। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुसीबत बढ़ गई है। दरअसल मध्यप्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने सिंधिया के खिलाफ की गई एक शिकायत के तथ्यों का फिर से वेरीफिकेशन करने का फैसला किया है।
ग्वालियर में सुरेंद्र श्रीवास्तव नाम के एक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि सिंधिया ने एक संपत्ति के दस्तावेजों में हेरफेर कर 6,000 फुट की जमीन का हिस्सा शिकायतकर्ता को बेचा था।
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ईओडब्लयू के एक अधिकारी ने बताया, 'सुरेन्द्र श्रीवास्तव की शिकायत के तथ्यों को फिर से सत्यापित करने के आदेश दिए गए हैं।' ईओडब्लयू की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुरेन्द्र श्रीवास्तव ने सिंधिया और उनके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने एक रजिस्ट्री दस्तावेज में हेरफेर कर वर्ष 2009 में ग्वालियर के महलगांव में 6,000 फुट जमीन उसे बेची।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार संकट में आ गई है। सिंधिया गुट के अधिकतर विधायकों ने कांग्रेस से बागी हो कथित तौर पर अपने त्यागपत्र राजभवन को भेज दिए हैं। सभी 19 विधायक फिलहाल बेंगलुरु में ठहरे हुए हैं।
वहीं शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से करीब एक घंटे तक चर्चा की। कमलनाथ ने राज्यपाल को एक चिट्ठी भी सौंपी। इसमें उन्होंने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए। साथ ही राज्यपाल से मांग की है वे गृह मंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में बंधक विधायकों को मुक्त कराने के लिए कहें।
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मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं। लेकिन आप 22 विधायकों को कैद कर लें और कहें कि अब फ्लोर टेस्ट कराएं। क्या ये सही है? विधायकों के भोपाल लौटने पर कमलनाथ ने कहा कि मैं नहीं जानता कौन आ रहा है कौन जा रहा है।
सिंधिया के भाजपा में शामिल होने को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है। ज्योतिरादित्य की विचारधारा मैं जानता हूं। उन्होंने अपनी विचारधारा जेब मे रख ली है।' अपने पुराने साथी सिंधिया के बारे में राहुल ने कहा, 'मैं तो साथ में क्लास में था। जो ज्योरादित्य बोल रहे हैं। ये उनकी विचारधारा नहीं है।'
राहुल ने कहा कि राजनीतिक रूप से सिंधिया को लगा कि वो सेफ नहीं है इसलिए उन्होंने आरएसएस का झंडा पकड़ लिया। राहुल ने कहा कि सिंधिया को बीजेपी में सम्मान नहीं मिलेगा। राहुल ने कहा, 'मेरी पुरानी दोस्ती है। उनके दिल में और मुंह में अलग-अलग चीज हैं।'