कन्हैया कुमार बिहार के चंपारण से हुए गिरफ्तार, जन-गण-मन यात्रा में हुए थे शामिल

Update: 2020-01-30 07:19 GMT

चंपारण ने हिरासत में लिए गए सीपीआई नेता कन्हैया कुमार, एनआरसी-सीएए-एनपीआर के खिलाफ जन-गण-मन यात्रा में हुए थे शामिल, कन्हैया बोले नफरत फैलाकर सत्ता में रहने की हो रही कोशिश...

जनज्वार। वामपंथी नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बिहार के चंपारण में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कन्हैया ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक नये पोस्ट जानकारी देते हुए लिखा कि आज बापू-धाम (चम्पारण) में गांधीजी को नमन करके ग़रीब-विरोधी सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में एक महीने की जन-गण-मन यात्रा की शुरूआत होनी थी। समाज के सभी तबक़ों के लोग इस यात्रा में शामिल होने के लिए मौजूद हैं, लेकिन प्रशासन ने कुछ देर पहले हम सबको हिरासत में ले लिया है। इसके विरोध में लोगों ने भितिहरवा में गांधी आश्रम (चम्पारण) के बाहर शांतिपूर्ण धरना शुरू कर दिया है।

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क दूसरे फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘आज चम्पारण (बिहार) में बापू-धाम से सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में एक महीने की जन-गण-मन यात्रा की शुरूआत होने के दौरान पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए जाने से पहले सुबह में सभी साथी बापू के बलिदान दिवस पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए।

न्होंने आगे लिखा, 'बापू कहते थे कि 'ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम, सबको सम्मति दे भगवान' और इसीलिए समाज की कट्टर सोच वाली ताकतें उन्हें ‘देश का गद्दार’ समझती थी और उन्होंने बापू को गोली मार दी। आज उसी गोडसेवादी विचारधारा के लोग खुलेआम फिर से 'देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को' के नारे लगा रहे हैं। उस वक़्त भी ये लोग गांधाजी की प्रगतिशील सोच के खिलाफ थे, आज भी ये लोग समाज में हिंसा और नफरत फैलाकर सत्ता में कायम रहने की कोशिश कर रहे हैं।'

https://www.facebook.com/kanhaiya.kumar/videos/472051310132229/

क ताजा ट्वीट में कन्हैया कुमार ने लिखा, 'गांधी-आश्रम (चम्पारण) में जनता के शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के आगे झुकते हुए प्रशासन ने हिरासत-आदेश को रद्द कर दिया है और सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में एक महीने की जन-मन-गण यात्रा अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार शुरू हो गई है। आज बेतिया और मोतिहारी में जन-सभाओं का आयोजन होगा।'

ता दें कि कन्हैया कुमार लगातार सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। इससे पहले भी वह इसके खिलाफ कई रैलियां कर चुके हैं। कन्हैया कुमार साल 2016 में तब चर्चाओं में आए थे जब 9 फरवरी को जेएनयू में एक कथित देशविरोधी कार्यक्रम में उनके शामिल होने की बात कही गई थी। उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया हालांकि दिल्ली पुलिस तीन साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक कन्हैया कुमार के खिलाफ अपने आरोपों को साबित नहीं कर पाई है।

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