हत्या के मामले में हुई थी उम्रकैद, 14 साल जेल में रहने के बाद बन गया डॉक्टर

Update: 2020-02-15 09:39 GMT

कर्नाटक के कलबुर्गी स्थित अफजलपुरा के रहने वाले सुभाष पाटिल (40) नाम के शख्स ने हौसलों को मजबूत बनाए रखने की एक अनूठी मिसाल पेश की है. हत्या के एक मामले में सुभाष को जेल जाना पड़ा....

जनज्वार। कर्नाटक के कलबुर्गी स्थित अफजलपुरा के रहने वाले सुभाष पाटिल (40) नाम के शख्स ने एक अनूठी मिसाल पेश की है। हत्या के एक मामले में सुभाष को जेल जाना पड़ा। वह 14 साल जेल में रहे। जेल में 14 साल रहने के बावजूद सुभाष ने हिम्मत नहीं हारी। बचपन से उनका सपना था कि वह डॉक्टर बनें। जेल से बाहर आने के बाद सुभाष ने अपना सपना पूरा किया और इसी महीने उन्होंने MBBS की डिग्री ली।

सुभाष पाटिल पर साल 1997 में हत्या का आरोप लगा था। जब उन्हें 2002 में गिरफ्तार किया गया था, तब वह MBBS के तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे। अदालत ने साल 2006 में उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उन्होंने इस बारे में बताया, 'मैंने 1997 में एमबीबीएस में दाखिला लिया था। मुझे 2002 में मर्डर केस में जेल जाना पड़ा। मैंने वहां जेल की ओपीडी में काम किया। मेरे अच्छे व्यवहार को देखते हुए मुझे 2016 में रिहा कर दिया गया। मैंने 2019 में अपना एमबीबीएस पूरा किया था।'

Full View है कि एमबीबीएस डिग्री पाने के लिए एक साल की इंटर्नशिप करनी होती है। सुभाष ने इसी महीने अपनी इंटर्नशिप पूरी की है। जेल की सजा पूरी करने के दौरान सुभाष पाटिल का व्यवहार बहुत अच्छा रहा था। वह ओपीडी में रहकर मरीजों का इलाज करते थे और मरीजों के साथ उनका व्यवहार बहुत सौम्य रहा।

रीजों का बेहतर इलाज और अच्छे इस व्यवहार की वजह से ही साल 2016 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्हें रिहा किया गया था, जिसके बाद सुभाष अपने बचपन के सपने को साकार करने की जुगत में भिड़ गये और आखिरकार उनका सपना एमबीबीएस की डिग्री और इंटर्नशिप का 1 साल ​पूरा होने के साथ ही पूरा हो गया। अपना सपना पूरा होने के बाद बेहद खुश सुभाष कहते हैं कि अब वो ताउम्र मरीजों की सेवा में अपना जीवन लगायेंगे।

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