नये साल पर रसोई गैस और रेलवे में यात्री किराया बढ़ा, बिना सब्सिडी वाले घरेलू सिलेंडर पर 19 रुपये बढ़ा, रेलवे ने भी बढ़ाया यात्री किराया....
जुनैद अंसारी की रिपोर्ट
जनज्वार। नये साल के जश्न के बीच मंहगाई का जोरदार झटका लगा है। घर की महिलाओं का बजट खराब होने वाला है। नये साल के दिन से बिना सब्सिडी वाले घरेलू सिलेंडर पर 19 रुपए से लेकर 21.50 रुपये तक मंहगा हो गया है। जश्न के बाद से घरेलू सिलेंडर ने सभी को नए साल की शुभकामनाएं देते हुए अपनी याद दिलाई है। यह लगातार पांचवां महीना है जब घरेलू सिलेंडर का दाम बढ़ा है। साल का डबल धमाका हुआ है रेलवे ने भी अपने किराये में बढ़ोतरी कर दी है। 1 पैसा से लेकर 4 पैसा प्रति किलोमीटर तक टिकट के दाम बढ़ा दिया गया है। दूरी जितनी अधिक होगी किराया उतना बढ़ेगा।
संबंधित खबर : गैस सिलेंडर की सब्सिडी लेकर कितने फायदे में हैं आप?
दिल्ली में 14.2 किलो वाला सिंलेडर 714 रुपये, कोलकाता 747 रुपये, मुंबई 668.50 रुपये और चन्नेई 734 रुपये हो गया है। पिछले पांच महीनों में लगातार गैस के दाम बढ़े हैं। सितंबर की बात करें तो घरेलू सिल्डर 611 रूपये था जो लगातार बढ़ते-बढ़ते नए साल पर 749 रुपय़े का हो गया है। इस तरह रसोई पर पिछले पांच महीने में घरेलू सिल्डर पर 137 रुपये तो कमर्शियल सिलेंडर पर 230 रुपये का अतिरिक्त भार पड़ा है।
दामों में बढ़ोत्तरी के फैसले को लेकर जनज्वार ने दिल्ली से सटे गाजियाबाद के हर्जपुर के लोगों से बात की। इस दौरान हर्जपुर की एक महिला ने कहा कि इसका असर हमारे किचन पर पड़ेगा , पहले से ही इतनी महंगाई है। सरकार नौकरी नहीं दे रही और जो नौकरी कर रहे उनकी सैलरी नहीं बढ़ती है और मंहगाई लगातार बढ़ रही है। लगता है सरकार हमें मार ही डालेगी।
संबंधित खबर : तैयार रहें अब 1 हजार का हो जाएगा गैस सिलेंडर
एक दूसरी महिला ने कहा, 'हम कैसे अपने बच्चों को पढ़ाएं, कहां से खाना खिलाएं, इतनी महंगाई है। बढ़ती महंगाई से लगता है कि अगर सारा पैसा सामान खरीदने में लगा दें तो बच्चों को कैसे पढ़ाएं और अगर बच्चों को पढ़ाते हैं तो खाना कैसा खाएं।
एक महिला ने कहा एक तरफ बढ़ती महंगाई है तो दूसरी तरफ नौकरियों की कमी, जो लोग नौकरी कर रहें है तो उनकी तनख्वाह इतनी नहीं हैं कि सारे काम कर सकते हैं।