गुरुग्राम के आईटीसी होटल पहुंचे कांग्रेस के 8 विधायक, दिग्विजय सिंह से नहीं मिलने दिया
मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट ने टीवी चैनलों से बातचीत में दावा किया है कि उनके चार विधायकों में से एक विधायक और पूर्व मंत्री बिसाहुलाल सिंह ने फ़ोन कर बताया है कि उन्हें गुड़गाँव के आईटीसी मराठा होटल में जबर्दस्ती रखा गया है और बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है...
चंडीगढ़ से मनोज ठाकुर की रिपोर्ट
जनज्वार। मध्यमप्रदेश सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। कमलनाथ को समर्थन दे रहे आठ विधायक इस वक्त बागी तेवर अपनाते हुए गुरूग्राम पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद है। यह सभी गुरुग्राम आईटीसी होटल में मौजूद है। ताजा घटनाक्रम से मध्यप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में सियासी हड़कंप मचा हुआ है। माना यहीं जा रहा है कि बागी विधायकों का बीजेपी ही यहां लेकर आयी है।
दूसरी ओर मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार खतरे में देखते हुए कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता भी होटल के सामने पहुंचने शुरू गए हैं। जहां विधायक रुके हैं वहां पर किसी को जाने की इजाजत नहीं। हरियाणा पुलिस यहां की सुरक्षा कर रही है। सुरक्षा के लिए मेवात के पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे गए हैं। जैसे जैसे दिन चढ़ रहा है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की धड़कन बढ़ रही है।
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रात्रि 11:00 बजे गुरुग्राम के आईटीसी होटल में पहुंचे थे मध्य प्रदेश के विधायक
कल देर रात आठों विधायक होटल में पहुंचे। यहां वह बंद कमरों में ही उन्हे रखा जा रहा है। दसरी ओर आर एस एस समर्थक भी होटल में पहुंचने शुरू हो गए हैं। होटल की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस कड़ी नजर रखे हुए हैं। विपक्ष खासतौर पर कांग्रेसियों पर पुलिस कड़ी नजर रखे हुए हैं। किसी को भी होटल तक जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। उन्हें होटल की ओर जाने वाले रास्तों पर ही रोक दिया जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी होटल पहुंचे। लेकिन यहां उन्हें विधायकों ने मिलने से मना कर दिया। इस वजह से उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक इन आठ विधायकों में चार कांग्रेस के हैं। इसमें सपा-बसपा के एक-एक विधायक हैं, इसमें अलावा दो निर्दलीय विधायक हैं। इन विधायकों का समर्थन भी कमलाथ सरकार को मिला हुआ है।
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एमपी में सियासी हलचल तेज
मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट ने टीवी चैनलों से बातचीत में दावा किया है कि उनके चार विधायकों में से एक विधायक और पूर्व मंत्री बिसाहुलाल सिंह ने फ़ोन कर बताया है कि उन्हें गुड़गाँव के आईटीसी मराठा होटल में जबर्दस्ती रखा गया है और बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। तरुण भनोट ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार के दो मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह उस होटल के पास हैं लेकिन उन्हें अंदर आने नहीं दिया गया। भनोट ने कहा है, ''हरियाणा में बीजेपी की सरकार है और उसने होटल में पुलिस की तैनाती कर दी है।
क्या सरकार खतरे में हैं
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या कमलनाथ सरकार खतरे में हैं। अभी तक तो यहीं माना जा रहा है कि जिस तरह से सियासी घटनाक्रम घट रहा है, इससे सरकार को खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि सीएम कमलनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने बताया कि इस मामले से भाजपा का कोई लेना देना नहीं है। यह कांग्रेस का अंदर का मामला है।