NPR-NRC का सर्वे समझ पोलियो की डिटेल लेने पहुंची मेडिकल टीम को मेरठ वालों ने बंधक बनाकर पीटा

Update: 2020-01-27 05:21 GMT

मेरठ के एक मुहल्ले में पोलियो टीम को देखकर हल्ला मच गया कि यह टीम NPR-NRC का डाटा तैयार कर रही है, CAA-NRC और NPR के खिलाफ पहले ही उग्र जनता इससे भड़क गयी और मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार पर हो गयी उतारू, टीम को बंधक बना की मारपीट...

जनज्वार। CAA-NRC और NPR को लेकर लोग इतने दहशत में है कि किसी भी तरह का सर्वे लेने वालों के साथ दुर्व्यवहार कर सकती है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ में सामने आया है, जहां 25 जनवरी को पोलियो टीकाकरण शिविर के लिए गयी मेडिकल टीम के साथ मेरठवासियों ने ​दुर्व्यवहार किया और उन्हें बंधक बना लिया। किसी तरह यह लोग अपनी जान बचाकर वहां से निकले।

एनआई में प्रकाशित खबर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजकुमार कहते हैं, 'हमारी टीम पोलियो टीकाकरण शिविर के लिए गई थी और स्थानीय लोगों से पोलियो सर्वेक्षण के हिस्से के रूप में उनके बच्चों के बारे में कुछ जानकारी मांगी गयी। स्थानीय लोगों को संदेह था कि NPR गणना के लिए सवाल पूछे जा रहे हैं, और जनता ने टीम के साथ दुर्व्यवहार कर दिया।'



जानकारी के मुताबिक मेरठ के लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र के लक्खीपुरा में 'पल्स पोलियो' अभियान की टीम बच्चों को दवाई पिलाने गई थी। इस दौरान टीम जैसे ही अलीबाग कॉलोनी पहुंची तो वहां दवा पिलाने को लेकर एक परिवार के लोगों से टीम की बहस हो गई। इसी बीच वहां हल्ला मच गया कि यह टीम एनपीआर और एनआरसी का डाटा तैयार कर रही है। CAA-NRC और NPR के खिलाफ पहले ही उग्र जनता इससे भड़क गयी और मेडिकल टीम के साथ दुर्व्यवहार करने लगी। कहा जा रहा है कि ग्रामीणों ने टीम की महिला सदस्यों के साथ मारपीट भी की।

भीड़ को उग्र होता देख जब पोलियो टीम के सदस्य वहां से जाने लगे मुहल्ले वालों ने उन्हें पकड़कर बंधक बना लिया और उनके साथ मारपीट भी की। यह टीम किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब हुई। इस मामले में पोलियो टीम के लोगों ने कल 26 जनवरी को मेरठ के लिसाड़ीगेट थाना पहुंचकर तहरीर दी है कि उनके साथ मारपीट व अभद्रता की गई।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक पोलियो टीम के शताब्दीनगर निवासी दीपक और एक महिला के साथ लोगों ने मारपीट भी की। इस मामले में पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ मारपीट, अभद्रता और कई धाराओं में कार्रवाई की जाएगी, हम मामले की जांच कर रहे हैं।

NPR-NRC और CAA के खिलाफ पिछले दिनों राजस्थान के कोटा शहर में भी एक ऐसी ही दुर्घटना हुई थी। वहां देश की 7वीं आर्थिक गणना का सर्वे कर रही एक महिला के साथ अभद्रता और दुर्व्‍यवहार किया गया। महिला नजरीन बानाे के साथ अभद्रता की यह घटना तब हुई जब वह कोटा के बोरखेड़ा थाना इलाके की एक अल्पसंख्यक बहुल कॉलोनी में सर्वे करने पहुंची थीं। यहां CAA-NRC को लेकर गलतफहमी में कुछ लोगों ने सर्वे के लिए जानकारी देने से मना कर दिया था। इसके बाद कॉलोनी के लोग इकट्‌ठा हो गए। इसी बीच कुछ लोगों ने नजरीन से उनका मोबाइल छीनकर गणना का ऐप ही डिलीट कर दिया था।

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