मोदी ने दिल्ली दंगों पर आखिरकार अंग्रेजी में जताया अफसोस, देखना हो तो ट्वीटर पर जाइए
प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले तमाम महत्वपू्र्ण मसलों पर बहुत देर से या नहीं बोलते आए है। अभी तक मोदी ने शाहीनबाग आंदोलन से उभरा पूरे देश में सीएए आंदोलन को लेकर कोई राय नहीं रखी है...
जनज्वार। ट्रंप की भारत यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आज दिल्ली दंगो पर अपना मुंह खोला है। उन्होंने ट्रंप को भारत से जाने की सकुशल बधाई दी। बधाई के ठीक कुछ सेंकड बाद दिल्ली दंगों पर मोदी ने अफसोस जताया है।
दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा की स्थिति का पूरा जायजा लिया गया है। पुलिस और अन्य एजेंसियां शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर काम कर रही हैं।
Had an extensive review on the situation prevailing in various parts of Delhi. Police and other agencies are working on the ground to ensure peace and normalcy.
— Narendra Modi (@narendramodi)
?ref_src=twsrc^tfw">February 26, 2020
शांति और सदभाव हमारा स्वभाव है। मैं दिल्ली के भाइयो, बहनो से शांति और भाईचारे की अपील करता हूं। जल्दी से जल्दी शांति और स्थिति को सामान्य होना जरूरी है।'
Peace and harmony are central to our ethos. I appeal to my sisters and brothers of Delhi to maintain peace and brotherhood at all times. It is important that there is calm and normalcy is restored at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi)
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प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले तमाम महत्वपू्र्ण मसलों पर बहुत देर से या नहीं बोलते आए है। अभी तक मोदी ने शाहीनबाग आंदोलन से उभरा पूरे देश में सीएए आंदोलन को लेकर कोई राय नहीं रखी है। अलबत्ता उन्होंने दिल्ली चुनाव के दौरान बयान दिया था कि सीएए वापिस नहीं होगा। जबकि शाहीनबाग में आंदोलन कर रहे लोग मोदी से सीएए को लेकर बातचीत करना चाहते थे।
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दिल्ली में हुए दंगाों में दर्जनों पुलिसकर्मियों समेत 200 से भी ज्यादा लोग इस दंगे में घायल हुए हैं। दंगाइयों ने सैकड़ों दुकानों, पेट्रोल पंपों को स्वाहा कर दिया है, वहीं मस्जिदों को भी क्षति पहुंचाई गयी है। मुस्लिमों के घरों में जबरन घुसकर आतंक मचाने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
भजनपुरा के नजदीक चांदबाग इलाके में खून से लथपथ एक मुस्लिम युवक को घसीटकर जबरन कुछ लोग घसीट रहे हैं। उसके शरीर पर मात्र अंडरगार्मेंट नजर आ रहे हैं। ऐसी ही दर्जनों तस्वीरें और वीडियो जगह-जगह से सामने आ रहे हैं, जो बता रहे हैं कि आततायियों के हौसले बुलंद हैं।
इससे पहले हिंसा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा था कि हिंसा और दुखद घटनाओं के पीछे साजिश की गई है। दिल्ली विधानसभा चुनावे के दौरान भी साजिश देखी गई थी। भाजरा नेताों ने भड़काऊ भाषण देकर भय का माहौल बनाया है। दिल्ली में मौजूदा हालात के लिए केन्द्र सरकार, गृह मंत्री और दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। साथ ही उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को दिल्ली में हिंसा के लिए जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।
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इसके अलावा उन्होंने दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री को भी शांति बनाए रखने में नाकाम बताया था। उन्होंने कहा था ककि सीडब्लूसी का मानना है कि स्थिति गंभीर है। और तत्तकाल कार्रवाई की आवश्यकता है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बल तैनात किया जाना चाहिए मोहल्लों में शांति समितियों का गठन करने की मांग की थी।
दिल्ली हिंसा में अभी तक 20 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली हिंसा पर आज सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की भी सख्त टिप्पणी आते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाया है तो हाईकोर्ट ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा का वीडिया दिखा कर सरकार और पुलिस का आईना दिखा दिया है।