गिरने की कगार पर कमलनाथ सरकार, पार्टी नेताओं ने कहा- विपक्ष में बैठने की तैयारी करे कांग्रेस
जनज्वार। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को आखिरकार कांग्रेस छोड़ दी. इसके साथ ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है. इस बीच कांग्रेस ने डेमेज कंट्रोल करने की कोशिश की और कहा गया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है. सिंधिया के साथ ही छह मंत्रियों समेत 19 कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. ऐसी स्थिति में कमलनाथ सरकार के अल्पमत में आ गई है.
Laxman Singh,Congress: Whatever happened let it be. Now we should be ready to sit in the opposition. In the future, Congress again will form the government. I don't think there will be much number game. We will meet the Chief Minister and discuss it.
?ref_src=twsrc^tfw">March 10, 2020
मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह का बड़ा बयान आया है. सीएम हाउस पहुंचे लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अब विपक्ष में बैठने की तैयारी करनी चाहिए. मजबूती के साथ लड़ेंगे और जनता की आवाज उठाएंगे. जनता से कहेंगे 5 साल का अवसर मिलना था लेकिन नहीं मिला. लेकिन एक बार फिर मौका दीजिये.
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राज्य में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और उसे चार निर्दलीय, बसपा के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है. भाजपा के 107 विधायक हैं. अभी मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिसमें से दो विधायकों के निधन होने की वजह से दो सीटें रिक्त हैं. ऐसे में फिलहाल सदस्यों की कुल संख्या 228 है. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 115 हुआ. लेकिन 19 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा के सदस्यों की संख्या 209 रह जाती है. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा होगा 104.
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बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये अपने इस्तीफे की घोषणा की. इस पूरे घटनाक्रम के बाद मंगलावर देर शाम भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी. इस बैठक से पहले संसदीय बोर्ड की बैठक होगी. बैठक में मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार गठन को मंजूरी दी जा सकती है तो वहीं चुनाव समिति की बैठक में राज्य सभा के 16 उम्मीदवारों के नाम तय होंगे.