गांधी की हत्या की फोटो केरल सरकार ने बजट के कवर पेज में छापी, कहा उनके हत्यारों को अभी तक नहीं भूले
बेशक यह राजनीतिक बयान है। मेरे बजट भाषण के कवर पर मलयाली चित्रकार द्वारा बनाई गई गांधी की हत्या के दौरान की फोटो है। हम इस फोटो के जरिए संदेश देना चाहते हैं कि हम यह नहीं भूलने वाले कि गांधी की हत्या किसने की थी...
जनज्वार। केरल की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की सरकार ने 2020-21 वित्त वर्ष के लिए माकपा नीत एलडीएफ सरकार के 5वें बजट को शुक्रवार को पेश किया। बजट को लेकर विवाद उस समय हो गया जब बजट के कवर पेज पर कलाकार टॉम वत्तुझी की गांधी की मौत की पेंटिंग का इस्तेमाल किया गया था।
बजट की शुरुआत करते हुए वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ टिप्पणी कर और राज्य विधानसभा द्वारा इसके खिलाफ सर्वसम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव का जिक्र किया फोटो को लगाते हुए केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक का कहना है कि फोटो के जरिए हम संदेश देना चाहते है कि हम गांधी के हत्यारे को अभी तक भूले नहीं है।
संबंधित खबर: CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान चर्च ने मुसलमानों को नमाज के लिए खोले दरवाजे, धर्मनिरपेक्षता का दिया संदेश
केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा है कि बेशक यह राजनीतिक बयान है। मेरे बजट भाषण के कवर पर मलयाली चित्रकार द्वारा बनाई गई गांधी की हत्या के दौरान की फोटो है। हम इस फोटो के जरिए संदेश देना चाहते हैं कि हम यह नहीं भूलने वाले कि गांधी की हत्या किसने की थी। ये पेंटिंग उस समय काफी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है जब इतिहास को फिर से लिखा जा रहा है। कुछ लोकप्रिय यादों को मिटाने और सांप्रदायिक तर्ज पर जनसंख्या को बांटने के लिए नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) का प्रयोग किया जा रहा है। लेकिन इस साजिश के खिलाफ केरल एकजुट रहेगा।
वही भारतीय जनता पार्टी के कुछ मंत्रियो ने पिछले साल गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करते हुए कई विवादस्पद बयान दिए थे। आम चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर जोआतंकवाद के मामले में आरोपी भी है ने गोडसे को देशभक्त कहा था।
संबंधित खबर: खुलासा : 1970 में ही RSS ने रच दी थी इंदिरा गांधी के हत्या की साजिश
हालांकि बड़े पैमाने में विरोध होने के बाद उन्होंने अपने बयान को वापिस ले लिया था। इसके अलावा प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर प्रधानमंत्री समेत उनकी पार्टी के अन्य नेताओं ने बयान की निंदा भी की थी। लेकिन प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की थी। इसके बाद भी प्रज्ञा ठाकुर ने नवंबर में संसद में गोडसे जिंदाबाद की नारे दोहराए थे।
पिछले हफ्ते पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के भाजपा नेता अनंतकुमार हेगड़े ने भी गांधी और नेहरू के ऊपर हमले करते हुए स्वाधीनता के पूरे संघर्ष को बनावटी बताया था। उनका स्वाधीनता आंदोलन मात्र ड्रामा था। विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने गांधी और नेहरू के खिलाफ किसी भी तरह का बयान देने से साफ इंकार कर दिया था।
इससे पहले केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने शुक्रवार को विधानसभा में साल 2020-21 के लिए बजट पेश किया था। दो घंटे के अधिक समय के भाषण में वित्त मंत्री ने विभिन्न चीजों का जिक्र करते हुए कई अहम ऐलान किए। जिसमें उन्होंने स्पीच की शुरूआत CAA और NRC को लेकर देश भर में चल रहे विवाद से संबंधित थी।