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CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान चर्च ने मुसलमानों को नमाज के लिए खोले दरवाजे, धर्मनिरपेक्षता का दिया संदेश

Nirmal kant
30 Dec 2019 12:37 PM GMT
CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान चर्च ने मुसलमानों को नमाज के लिए खोले दरवाजे, धर्मनिरपेक्षता का दिया संदेश
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केरल के कोथमंगलम में दिखी सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल, एनआरसी और सीएएए के खिलाफ प्रदर्शन करने आए मुस्लिमों को नमाज के लिए चर्च ने खोले दरवाजे...

जनज्वार। केरल की एक चर्च ने उन मुसलमानों के लिए अपने दरवाजे खोले जिन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। मुस्लिमों ने शनिवार 28 दिसंबर को ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस (एआईपीसी) के केरल चैप्टर द्वारा आयोजित 'सेक्युलर यूथ मार्च' में हिस्सा लिया था।

ये 'सेक्युलर यूथ मार्च' नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ आयोजित किया गया था। यह मार्च जब समाप्त हो गया तो मुसलमानों को नमाज अदा करने के लिए जगह की जरूरत थी। इसके बाद कोथमंगलम में सेंट थॉमस चर्च ने अपने दरवाजे मुसलमानों को नमाज अदा करने के लिए खोल दिए। सेंट थॉमस चर्च को मारथोमा चेरीपल्ली के नाम से जाना जाता है।

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आईपीसी के प्रदेश अध्यक्ष मैथ्यू कुझलदान ने बताया कि यह एक धर्मनिरेपक्ष मार्च था जिसमें सभी धर्मों के हजारों लोग कोथमंगलम की ओर निकले। मार्च में सैकडों मुसलमान थे। उस समय मुसलमानों को नमाज अदा करने के लिए जाना था लेकिन तब उन्हें इसमें देरी हो जाती। इसलिए हमने चर्च की अथॉरिटी से नमाज अदा करने का अनुरोध किया। फिर उन्होंने न केवल इसकी अनुमति दी बल्कि उन्होंने नमाज की सुविधा भी प्रदान की।

ने चर्च के आंगन में नमाज अदा की। इसके बाद शाम को एलियास मार यूलिओस और फादर जोस परूथिवली के नेतृत्व में चर्च के अंदर प्रार्थना की गई। इस घटना का एक वीडियो एक ट्विटर यूजर जीजॉय ने पोस्ट की जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

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ट्वीट में जीजॉय ने कैप्शन में लिखा, 'भारत का अर्थ है..केरल के कोथमंगलम में एक ईसाई चर्च। जिसने मगरिब नमाज की पेशकश करने के लिए मुस्लिम भाईयों के लिए स्थान की व्यवस्था की। वे एआईपीसी की ओर से एनआरसी और सीएए के खिलाफ आयोजित सेक्युलर मार्च में हिस्सा ले रहे थे। यह मानवता की आत्मा अभी भी जिंदा है।'

हाल ही में सीएए के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों के बीच देशभर में सांप्रदायिक सद्भाव की कई घटनाओं में से यह एक है। पिछले हफ्ते केरल के कोजेनचेरी के सेंट थॉमस मार थोमा चर्च के गायकों के एक समूह ने प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता में क्रिसमस कैरोल सेवा के दौरान इस्लामिक पहनावा पहना।

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