सोशल-डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन कराने गए पुलिसवालों को भीड़ ने बुरी तरह पीटा, दारोगा की हालत गंभीर
पुलिस लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने पहुंची थी, तो ग्रामीणों ने उस पर हमला बोल दिया, हमले में 3 पुलिसकर्मी हुए जख्मी, एक की हालत गंभीर...
मुजफ्फरनगर, जनज्वार। कोरोना की दहशत के बाद लागू किये गये लॉकडाउन के बीच कई हिंसक घटनायें सामने आ रही हैं। कहीं बाहरी लोगों का पता बताने पर बवाल मच रहा है तो कहीं पुलिस ही भीड़ के निशाने पर आ रही है। लॉकडाउन में पैदल जा रहे कई मजदूर तो इसमें अपनी जान से हाथ धो ही बैठे हैं।
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अब मुजरफ्फरनगर जिले में कल 1 अप्रैल को एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें भीड़ ने पुलिसकर्मी को ही बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया। दरअसल जिले के थाना भोपा अंतर्गत गांव मोरना में पुलिस लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने पहुंची थी, तो ग्रामीणों ने उस पर हमला बोल दिया। गांव वालों की भीड़ द्वारा किए गए हमले में चौकी इंचार्ज मोरना सब-इंस्पेक्टर लेखराज सिंह सहित दो सिपाही बुरी तरह जख्मी हो गए।
चौकी इंचार्ज की गंभीर हालत के चलते उन्हें तत्काल इलाज के लिए 1 अप्रैल की देर रात मेरठ रेफर कर दिया गया। इस सिलसिले में पुलिस ने मोरना गांव के पूर्व प्रधान और उसकी दो बहुओं को गिरफ्तार कर लिया है।
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देर रात आईएएनएस से फोन पर बात करते हुए घटना की पुष्टि जिला पुलिस प्रवक्ता सतेंद्र सिंह ने की। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव सहित तमाम आला पुलिस अफसर घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटनाक्रम के मुताबिक, "शाम करीब 6 बजे चौकी इंचार्ज मोरना सब-इंस्पेक्टर लेखराज सिंह और दो सिपाही रवि कुमार व एक अन्य सिपाही के साथ इलाके में घूम रहे थे। उसी वक्त पुलिस वालों ने मोरना गांव में करहेड़ मोड़ पर मौजूद भीड़ देखी।"
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मुजफ्फरनगर जिला पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, "गांव वालों की भीड़ गांव के पूर्व प्रधान नाहर सिंह के घर के बाहर इकट्ठी थी। पुलिस टीम ने नाहर सिंह और भीड़ में मौजूद लोगों से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही। इस पर भीड़ पुलिस वालों के ऊपर टूट पड़ी। भीड़ गांव की कई महिलाएं भी आकर शामिल हो गईं। भीड़ के हाथों में लाठी-डंडे, लोहे सरिया इत्यादि थे। भीड़ ने पुलिस टीम को घेरकर सुनियोजित तरीके से हमला किया था। इसलिए पुलिसकर्मी खुद का बचाव भी नहीं कर पाए।"
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घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक (देहात) नेपाल सिंह, व भोपा के क्षेत्राधिकारी (सीओ) राम मोहन शर्मा भी मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल लेकर पहुंच गए। अधिकारियों ने मौके पर बेहोश पड़े पुलिस कर्मियों को तुरंत पास के ही सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया। बुधवार देर रात सब-इंस्पेक्टर (मोरना चौकी इंचार्ज) लेखराज सिंह की हालत गंभीर होने पर उन्हें मेरठ रेफर कर दिया गया है।
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव के मुताबिक, "फिलहाल हमलावरों में तीन लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं। गिरफ्तार लोगों में गांव मोरना का ही पूर्व ग्राम प्रधान नाहर सिंह व उसके दोनो बेटों की बहुएं शामिल हैं। बाकी लोग मौके से भागने में कामयाब हो गए। उनकी तलाश में पुलिस टीमें निकली हुई हैं।"
इनपुट : आईएएनएस