फिल्ममेकर निष्ठा जैन ने कहा पत्रकार विनोद दुआ ने किया था मेरा यौन शोषण

Update: 2018-10-14 10:59 GMT

#MeToo सॉरी मल्लिका दुआ, आपके पिता पत्रकार विनोद दुआ भी निकले यौन उत्पीड़क

मुझे लगा कि वह मुझसे माफी मांगना चाहता है, इसलिए मैं उसकी कार में बैठ गई, लेकिन इसके पहले कि मैं कुछ समझ पाती उसने मेरे चेहरे को टच करना शुरू कर दिया। मैं किसी तरह वहां से निकल कर अपने ऑफिस की कार में बैठ कर घर निकल गई....

सोशल मीडिया पर #MeToo कैंपेन ने एक के बाद एक कई नामचीन हस्तियों को बेनकाब कर दिया है। अब इस कैंपेन के लपेटे में आए हैं वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ, जिन पर निष्ठा जैन नाम की फिल्ममेकर ने यौन शोषण का आरोप लगाया है।

निष्ठा जैन ने अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से विनोद दुआ द्वारा किए गए उनके यौन शोषण का खुलासा किया है। निष्ठा के मुताबिक 1989 में विनोद दुआ ने उनका यौन शोषण किया था।

मूल रूप से अंग्रेजी में लिखी गई अपनी फेसबुक पोस्ट में निष्ठा ने लिखा है, यह बात जून 1989 की है, मुझे अभी भी याद है वो दिन क्योंकि उस दिन मेरा जन्मदिन था। मेरा पूरा परिवार घर पर सेलिब्रेशन की तैयारियों में व्यस्त था। मैं उसी समय जामिया मिल्लिया से ग्रेजुएशन से पासआउट हुई थी। मैंने अपनी फेवरेट साड़ी पहनी और एक जॉब का इंटरव्यू दने के लिए घर से निकली थी। जनवाणी टीवी चैनल में एक जाने-माने टीवी पर्सनैलिटी के साथ मेरा इंटरव्यू था। मुझे राजनीति में व्यंग्यकार के लिए इंटरव्यू देना था। सबसे पहले उन्होंने एक मोहक मुस्कान के साथ केबिन में मेरा स्वागत किया। इससे पहले कि केबिन में सहज हो पाती उन्होंने एक बेहद ही अश्लील जोक पासआउट किया। मुझे वह जोक अभी याद नहीं है लेकिन वह बिल्कुल भी मजाकिया नहीं था, सच कहूं तो बेहद गंदा था

अश्लील जोक सुनने के बाद मेरे चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा था। उन्होंने पहले मेरे जॉब के बारे में विस्तार से बताया और मेरी सैलरी एक्सपेक्टेशंस के बारे में पूछा। मैंने 5,000 रुपये बताया, क्योंकि उस समय हर ग्रेजुएट को जॉब में इतनी सैलरी दी जाती थी। सेलरी एक्सपेक्टेशंस सुनते ही उन्होंने मेरी ओर देखा और कहा कि तुम्हारी क्या औकात है? मुझे नहीं पता कि मुझे किस बात का बुरा लगा, मैं आश्चर्यचकित थी। मैं समझ नहीं पाई उन्होंने ऐसा क्यों कहा?

हालांकि मैं इसके बहुत पहले ही यौन शोषण की शिकार हो चुकी थी लेकिन इस तरह का अपमान पहली बार झेल रही थी। खैर, मैं रोते-रोते घर पहुंची, मेरा पूरा बर्थडे खराब हो गया। मैंने अपने भाई और दोस्तों को इस बारे में बताया। कुछ समय बाद ही मुझे न्यूजट्रैक में वीडियो एडिटर के तौर पर मुझे नौकरी मिल गई।

निष्ठा आगे लिखती हैं, मगर मुझे नहीं पता किस तरह उस शख्स को मेरी नौकरी के बारे में पता चला। मेरे ऑफिस में उसके कई पहचान वाले थे, यानी मेरी सारी एक्टिविटीज उस तक पहुंचती थी। एक रात जब मैं ऑफिस की पार्किंग में पहुंची तो वहां वो पहले से मौजूद था। उसने मुझसे कहा कि वे मुझसे बात करना चाहता है और मुझे अपनी कार (ब्लैक एसयूवी) में बैठने को कहा। मुझे लगा कि वह मुझसे माफी मांगना चाहता है, इसलिए मैं उसकी कार में बैठ गई, लेकिन इसके पहले कि मैं कुछ समझ पाती उसने मेरे चेहरे को टच करना शुरू कर दिया। मैं किसी तरह वहां से निकल कर अपने ऑफिस की कार में बैठ कर घर निकल गई।

अगले दिन मैंने फिर से उसी जगह पर उसे पाया, लेकिन इस बार मैं अपने कलीग के साथ पार्किंग तक गई ताकि उनसे सामना नहीं हो पाए। कुछ समय बाद उसने मेरा पीछा करना छोड़ दिया। वह शख्स कोई और नहीं मशहूर पत्रकार विनोद दुआ था। कुछ समय पहले ही जब मैंने उनकी टिप्पणी पढ़ी जो उसने अपनी बेटी मल्लिका दुआ और अक्षय कुमार के मामले पर किया था, मैंने सोचा कि क्या वे भूल गए कि उन्होंने मेरे साथ कैसा बर्ताव किया था। क्या वे घटिया नहीं है?

अगर उसने मेरे साथ ऐसा किया है मुझे पूरा विश्वास है कि दूसरी लड़कियों के साथ ऐसा किया होगा। आज वो यौन उत्पीड़न पर प्रोग्राम कर दुनिया को इसके बारे में बताता है, उसे ये सब छोड़ एक बार अपने अतीत में झांककर देखना चाहिए। मैंने उसके ट्वीट्स देखे हैं जिसमें वह वरुण ग्रोवर के ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों का विरोध कर रहा था। मैं सोचती हूं कि जब ये सारी चीजें आजकल हो रही हैं तो उसके दिमाग में क्या चल रहा होगा। मुझे पता है कि वह इन आरोपों से इनकार करेगा और मुझे इससे आश्चर्य नहीं होगा, वो हमेशा से एक मौकापरस्त इंसान रहा है। सॉरी मल्लिका दुआ, आपके पिता भी इन चीजों से नहीं बच पाए' #MeToo

#MeToo कैंपेन भारत में अभिनेता नाना पाटेकर पर तनुश्री दत्ता द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों से शुरू हुआ था। अब तक आलोक नाथ, निर्देशक विकास बहल, गायक कैलाश खेर, कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती, उपन्यासकार चेतन भगत, पत्रकार प्रशांत झा, गौतम अधिकारी से लेकर केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर जैसे सेलिब्रेटी और समाज के सभ्य समाज से ताल्लुक रखने वाले लोग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोपों के घेरे में आ चुके हैं।

एमजे अकबर पर तो 9 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इनके अलावा रोज कई नाम इस लिस्ट में बढ़ रहे हैं। गायक अभिजीत भट्टाचार्य, गीतकार और कॉमेडियन वरुण ग्रोवर, अभिनेता रजत कपूर, तमिल सॉन्ग राइटर वैरमुत्थु, मलयालम अभिनेता मुकेश माधवन, गणेश आचार्य, राकेश सारंग पर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं। इनमें से कई अपनी सफाई पेश कर रहे हैं तो कई ने माफी मांग ली है।

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