किसी काम के बहाने बेटी को ले गया था मेले में और फिर कुछ जरूरी काम बताकर भेज दिया दोस्त के साथ, वहीं किया दोस्तों के साथ मिल बेटी का गैंगरेप
लखनऊ, जनज्वार। कठुआ और उन्नाव गैंगरेप की घटनाओं से सहमे लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे, पीड़िताओं को न्याय देने और बलात्कारियों को फांसी देने के लिए तमाम आंदोलन चल रहे हैं, वहीं एक ऐसी खबर आई है जिससे कलेजा मुंह को आ जाता है।
योगी के उत्तर प्रदेश में ही घटित एक घटना में पिता ने न सिर्फ बेटी के साथ बलात्कार किया, बल्कि उसे अपने शराबी दोस्तों के सामने भी परोस दिया। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक यह घटना उत्तर प्रदेश के सीतापुर की है, जहां बाप ने दोस्तों के साथ बेटी का गैंगरेप किया।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक 35 वर्षीय प्रिया (बदला हुआ नाम) शादीशुदा है, मगर किसी विवाद के कारण वह मायके में ही रहती है। 15 अप्रैल को उसका पिता उसे किसी बहाने से कमालपुर इलाके में लगे एक मेले में ले गया। मेले से घर लौटने के बाद जब पिता का एक दोस्त मान सिंह घर आया तो पिता ने कुछ काम बताकर कहा कि वह उसके साथ चली जाए। पिता के कहने पर वह जब वह मानसिंह के साथ गई, जो उसे किसी बहाने से एक दूसरे दोस्त मेराज के घर ले गया।
जब वह मेराज के घर पहुंची तो उसका पिता भी वहीं पर था। पीड़िता कहती है कि पिता और उसके दोनों दोस्तों मेराज और मानसिंह ने उसके साथ मिलकर सामूहिक बलात्कार किया। गैंगरेप करने के बाद उसे वहीं पर बंधक बनाकर रखा गया और बीच—बीच में उसका बलात्कार करते रहे। 16 अप्रैल को पीड़िता किसी तरह वहां से भागकर अपने घर पहुंची और अपनी मां को यह सारी बात बताई।
समाज का डर छोड़ बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक मां बेटी को लेकर थाने पहुंची और बलात्कारी पिता और उसके दोस्तों के खिलाफ धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया। वहीं से पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल के लिए अस्पताल भेज दिया और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी भेजे। मेराज तो पुलिस में आ चुका है मगर बलात्कारी बाप और उसका दोस्त मानसिंह अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
मामले की जांच कर रही पुलिस के मुताबिक 35 वर्षीय महिला का एक बेटा भी है। कुछ विवादों के चलते वह पति से अलग होकर मायके में रह रही थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) मार्तंड प्रकाश सिंह के अनुसार शुरुआती जांच में सामने आया है कि आपराधिक प्रवृत्ति का मानसिंह और अपनी बेटी को ही हवस का शिकार बनाने वाला बाप कई अपराधों में संलिप्त रह चुके हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि मान सिंह और बलात्कारी पिता कई अपराधों में संलिप्त रहे हैं।
बलात्कारी पिता को नवंबर 2017 में भी बेटी से गलत संबंधों को लेकर गांव निकाला दे दिया गया था। उस मामले में पंचायत बुलाई गई थी और उसे गिरफ्तार किया गया था। इसी साल फरवरी में उसे जमानत मिली थी और अब उसने इस घृणित कर्म को अंजाम दिया है।
मामले की जांच कर रहे सीतापुर एसपी सुरेशराव कुलकर्णी कहते हैं, पीड़िता की साल 2002 में शादी हुई थी, लेकिन पति से विवाद होने की वजह से वह दो साल बाद ही अपने मायके लौट आई थी। तभी से वो अपनी बेटे मोहित के साथ यहीं रह रही है, जब पहले पिता के साथ गलत संबंध को लेकर मामला दर्ज हुआ था, उसके बाद से वह अपने 14 वर्षीय बेटे के साथ अलग रह रही थी।