2002 गुजरात दंगों की याद दिलाती है दिल्ली के भजनपुरा इलाके की यह तस्वीर

Update: 2020-02-24 15:23 GMT

जनज्वार। दिल्ली के भजनपुरा इलाके से इंसानियत को तार-तार करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। यहां सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थकों और विरोधियों के बीच पत्थरबाजी हो गई। इस घटना में एक पुलिस कॉन्सटेबल की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। जिस तरह के वीडियो और फोटो अभी तक सामने आए हैं उनमें दो पक्ष दिखाई दे रहे हैं एक वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ पत्थरबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि दूसरी ओर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारी हैं। इन तस्वीरों के जरिए सोशल मीडिया यूजर्स गुजरात में हुए 2002 के दंगों को याद कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर ये दो तस्वीरें काफी वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों को समाचार एजेंसी रॉयटर्स के फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी ने क्लिक की हैं। तस्वीर में दंगाई एक मुस्लिम युवक लाठी डंडों से पीटते हुए नजर आ रहे हैं और युवक के सिर से खून टपकता हुआ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी इस तस्वीरों को रिट्वीट किया है। हीं आम आदमी के आईटी सेल प्रमुख अमित मिश्रा ने गुजरात 2002 के दंगों की तुलना भजनपुरा इलाके की घटना से की है।

भीम आर्मी के प्रमुख ने मौजपुर और भजनपुरा दंगों को लेकर कहा कि दिल्ली में हिंसा फैलाने के लिए भाजपा जिम्मेदार हैं। साथ ही दिल्ली पुलिस भी कम जिम्मेदार नही हैं। ये लोग नौकरी जनता की करते हैं। लेकिन काम बीजेपी के लिए कर रहे हैँ। संवैधानिक आंदोलनरियों, निर्दांष लोगों पर लाठियां गोली चलाने वाली पुलिस उपद्रवियों के सामने खामेश क्यों हैं?

ट्वीटर यूजर अंजान सिंह ने लिखा- कृपया दिन को रात मत बनाओ, दिल्ली को गुजरात मत बनाओ। नफरत की दीवार मत बनाओ, विकास की दीवार मत बनाओ। भारत को यूं भारत ही रहने दो, भारत को पाकिस्तान न बनाओ। दंगा कराके सरकार मत बनाओ। जनपुरा में हुई घटना पर ट्वीटर यूजर विशाल मधाद ने कुछ इस तरह से प्रतिक्रिया दी-

ट्वीटर यूजर अफरोज आलम ने लिखा- दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की चाल है मौजपुर दंगा, यह संयोग नहीं गुजरात का प्रयोग है। अमित शाह ये देश तुम्हे कभी माफ नही करेगा।

जत सिंह नाम के ट्वीटर यूजर ने लिखा, 'डरावना ये नही की दंगा हुआ है। डरावना यह है कि दंगाइयों के साथ पुलिस भी खड़ी है, पूरा सरकारी तंत्र खड़ा है। मुश्किल वक़्त है पर डटे रहना है। आज दिल्ली में गुजरात मॉडल लागू हुआ है, आगे देश मे लागू होना है।

जनपुरा की घटना पर मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए कहा तीन दशक से दिल्ली में हूँ। अपने ही शहर में इतना डर कभी नही लगा। क्या हो गया है ये? कौन लोग हैं जो दिल्ली में आग लगा रहे हैं? बेहद दुखी और शर्मिंदा हूँ आज। ये हमारी प्यारी दिल्ली है। देश की राजधानी है। इसे बचाना ही होगा।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। मैं दिल्ली के नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं।

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