रामायण देखने के चक्कर में कानपुर की यह दलित बस्ती बन गई सबसे बड़ी हॉटस्पॉट
बस्ती में अधिकतर घरों में टीवी नहीं है, ऐसे में पार्षद प्रतिनिधि लॉकडाउन के दौरान अपने घर मे बड़ा सा टीवी लगाकर लोगों को रामायण दिखाता था, रामायण देखने बड़ी संख्या में पहुंचने वाले लोग न मास्क लगाते थे और न ही सोशल डिस्टेंसिन्ग का पालन करते थे....
कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार। कानपुर दक्षिण में बने अब तक के सबसे बड़े हॉटस्पॉट में कोरोना का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल गया है। स्वास्थ्य विभाग के सामने अब यह चुनौती खड़ी है कि आखिर इस संक्रमण की चैन कितनी लंबी होगी। इस बस्ती में रहने वाले लोग मोस्टली दूध, फल, सब्जी इत्यादि बेचने का काम करते हैं तो महिलाएं दूसरे घरों में काम इत्यादि कर घर का खर्च चलाती हैं। स्वास्थ्य विभाग को अब यह चिंता सता रही कि यहां के लोगों से साउथ के दूसरे इलाकों में भी संक्रमण न फैल गया हो। यहां अब तक 41 मामले सामने आ चुके हैं।
गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र की इस शिवनगर बस्ती में रहने वाले अधिकतर लोग दिहाड़ी मजदूरी अथवा रेहड़ी पटरी और कबाड़ी का काम करते हैं। जैसा की अमूमन होता है गरीब बस्ती होने के यहां लोगों को एक दूसरे से ज्यादा घुलने मिलने की आदत रही है।
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यहां की निवासी रामदेई, फूलमती, रामकली जनज्वार से कहती हैं कि लॉकडाउन के दौरान भी बस्ती में लोगों का एक दूसरे के घरों में आना-जाना लगा रहा। शाम को महिलाएं इकट्ठा होकर पंचायत करती थीं। यही हाल पुरुषों का भी रहा। यह लापरवाही कहीं यहां की संक्रमण चैन बढ़ा न दे। शुक्रवार 5 जून की शाम तक बस्ती में 41 लोग संक्रमित मिल चुके हैं, अभी जांच जारी है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह संख्या बड़े पैमाने पर जा सकती है।
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जांच में सामने आया है कि इस बस्ती में रहने वाले पार्षद प्रतिनिधि के घर बड़ी संख्या में लोग रामायण देखने जाते थे। बस्ती में अधिकतर घरों में टीवी नहीं है, ऐसे में पार्षद प्रतिनिधि अपने घर मे बड़ा सा टीवी लगाकर लोगों को रामायण दिखाता था। रामायण देखने बड़ी संख्या में पहुंचने वाले लोग न मास्क लगाते थे और न ही सोशल डिस्टेंसिन्ग का पालन करते थे।
बस्ती के रहने वाले पार्षद प्रतिनिधि जब कोरोना संक्रमित हुए तब जाकर संक्रमितों की बड़ी संख्या का खुलासा हुआ। संक्रमितों की पुष्टि के बाद पुलिस पहुंची, तब तक देर हो चुकी थी यानी बड़ी तादाद में कोरोना फैल चुका है। यहां कोरोना संक्रमण फैलने की एक वजह यह भी बताई जा रही है। बता दें कि बर्रा 80 फ़ीट रोड पर रहने वाले पार्षद और शिवनगर निवासी पार्षद प्रतिनिधि में ही सबसे पहले कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
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बस्ती को दोनों तरफ से बेरिकेडिंग लगाकर बन्द कर दिया गया है। कल 5 जून की देर शाम आईजी मोहित अग्रवाल ने बस्ती में जाकर हालात का जायजा लिया। सभी को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए दुकानदारों से होम डिलीवरी करने के निर्देश दिए। हॉटस्पॉट से किसी को भी बाहर आने या अंदर जाने की पूरी तरह से पाबंदी है। आईजी ने लोगों को चेतावनी दी कहा कि नियमों का पालन ना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।