Prayagraj : बीजेपी मंत्री ने लोगों को फ्री में दिखाई PM मोदी की बायोपिक, सिनेमाघर हुआ हाउसफुल तो बोले सुपरहिट हुई पिक्चर
Prayagraj : फिल्म देखने आए लोगों को नंदी की तरफ से फ्री पॉपकॉर्न, बर्गर और कोल्डड्रिंक भी दी जा रही है। चुनावी माहौल में दिखाई जा रही बायोपिक के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं...
Prayagraj (जनज्वार) : राजनीति में चरणवंदन करने की कला भाजपाइयों से बेहतर किसी को नहीं आती। अभी कल ही सुशील मोदी को PM मोदी के लिए हवाई बातें करने पर जनता ने आड़े हाथों लिया था। अब नया कारनामा यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) के मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने कर दिखाया है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी (Nand Gopal Nandi) द्वारा पीएम के जन्मदिन पर शहर के सम्मानित लोगों को आमंत्रित किया गया ता। यहीं सभी को निःशुल्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक दिखाई जा रही थी। अब फ्री की फिल्म देखने के लिए पीवीआर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
बताया जा रहा है कि, पीवीआर में पिछले कुछ दिनों से लोगों को प्रधानमंत्री की बायोपिक दिखाई जा रही है। पीवीआर की चारों ऑडी को कैबिनेट मिनिस्टर नन्दी द्वारा बुक करवा लिया गया है। लीक से बिलकुल अलग सोचने वाले कैबिनेट मंत्री लोगों को निःशुल्क प्रधानमंत्री के जीवन पर बनी बायोपिक (PM Modi Biopic) दिखा रहे हैं।
क्या है फिल्म में?
बायोपिक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन के संघर्षों की कहानी और एक सामान्य परिवार में जन्म लेने से लेकर स्टेशन पर चाय बेचने और देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने की कहानी लोगों को काफी पसंद आ रही है। बायोपिक में नरेंद्र मोदी के पहाड़ों पर रह कर 20 वर्षों तक की गई तपस्या और कर्मयोगी बनने के पूरे सफर के साथ ही गुजरात का सीएम और फिर प्रधानमंत्री बनने के पूरे सफर व राजनीतिक उलटफेर को दिखाया गया है।
चुनावी माहौल में बायोपिक के मायने
भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रहे राजनीतिक विवाद व राजनीतिक चालों को भी बायोपिक में बखूबी दिखाया गया है। कैबिनेट मिनिस्टर नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी द्वारा न सिर्फ सभी शो बुक करने बल्कि फ्री की भीड़ बुलाकर लोगों को बायोपिक दिखाई जा रही है। इसके अलावा फिल्म देखने आए लोगों को नंदी की तरफ से फ्री पॉपकॉर्न, बर्गर और कोल्डड्रिंक भी दी जा रही है। चुनावी माहौल में दिखाई जा रही बायोपिक के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं।
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर बनी बायोपिक पिछले साल ही सिनेमा घरों में रिलीज होने वाली थी, लेकिन राजनीतिक विरोध के चलते यह बायोपिक सिनेमा घरों में रिलीज नहीं हो सकी थी।