Republic TV के TRP घोटाले की आंच पहुंची UP, मिर्जापुर पुलिस के साथ मुंबई क्राइम ब्रांच ने की एक गिरफ्तारी

अभियुक्त ने बताया कि वह हंसा नाम की कंपनी में काम करता है, जो टीआरपी रेटिंग मशीन बीआरसी को घरों में लगाने का काम करती है। टीआरपी रेटिंग बढ़ाने के लिए घर वालों को पैसा देकर ऑपरेटर की मर्जी से घरवालों को निश्चित चैनल देखने के लिए कहा जाता है, जिसकी वजह से उस चैनल की टीआरपी बढ़ जाती है....

Update: 2020-10-13 16:17 GMT

जनज्वार, मिर्जापुर। Republic TV के TRP घोटाले की आंच उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर तक पहुंच गई है। घोटाले में यूपी के जिला मिर्जापुर से एक को गिरफ्तार किया गया है। मुम्बई क्राइम ब्रांच ने मिर्जापुर के कछवां थाना पुलिस संग तुलापुर गांव से 32 साल के ऑपरेटर विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोप है कि ऑपरेटर विनय तिवारी घरों में सैट टॉप बॉक्स में बैरोमीटर लगाकर एक ही चैनल देखने के लिए बोलता था। इसके बदले लोगों को पैसा भी देता था। दरअसल, Republic TV के TRP मामले में जुड़े एक व्यक्ति के उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से होने की जानकारी पर सोमवार 12 अक्टूबर 2020 को ही मुम्बई (महाराष्ट्र) से यूपी के मीरजापुर आ धमकी।

स्पेशल सीबीसीआईडी की टीम द्वारा मुम्बई के बहुचर्चित टीआरपी मामले में वांछित अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक से मदद की मांगी गयी, जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा के निर्देश पर थाना कछवां पुलिस द्वारा धारा 409,420,120 बी व 34 भा.द.वि. थाना कान्दिवली मुम्बई (विवेचनाधीन द्वारा सीआई यू यूनिट) के वांछित अभियुक्त विनय त्रिपाठी पुत्र राजेन्द्र त्रिपाठी निवासी तुलापुर थाना कछवां मीरजापुर को उसके घर से रात्रि में क्राइम ब्रांच मुम्बई की शिनाख्त पर गिरफ्तार किया गया।

पैसा देकर ऑपरेटर की मर्जी से निश्चित चैनल देखने के लिए किया जाता था प्रेरित

मुम्बई (महाराष्ट्र) से विवेचना में आये पुलिस टीम द्वारा पूछताछ की गयी तो अभियुक्त ने बताया कि वह हंसा नाम की कंपनी में काम करता है, जो टीआरपी रेटिंग मशीन बीआरसी को घरों में लगाने का काम करती है। टीआरपी रेटिंग बढ़ाने के लिए घर वालों को पैसा देकर ऑपरेटर की मर्जी से घरवालों को निश्चित चैनल देखने के लिए कहा जाता है, जिसकी वजह से उस चैनल की टीआरपी बढ़ जाती है।

पुलिस के अनुसार टीआरपी मामले में पकड़े गए विनय तिवारी के माता-पिता मुंबई में ही रहते हैं। विनय की पढ़ाई भी वहीं से हुई है। वह मुंबई में एक कंपनी में ऑपरेटर है, जो लोगों के घरों में सेट टॉप बॉक्स में एक बैरोमीटर लगाता था और उन्हें एक न्यूज चैनल देखने के लिए प्रेरित करता था। बैरोमीटर सेटेलाइट से जुड़ा रहता है, इसके बदले वह उन्हें पैसे भी देता था, साथ ही उनकी टीवी खराब होने पर नि:शुल्क बनवाता था।

बैरोमीटर की कीमत लगभग 25 हजार है। पुलिस की पूछताछ में विनय तिवारी ने बताया कि वह लॉकडाउन में पत्नी के साथ घर आया था। जिस कंपनी में कार्य करता है, उसके छह हजार ऑपरेटर हैं। मुम्बई क्राइम ब्रांच की टीम बहुचर्चित टीआऱपी मामले में वांछित अभियुक्त विनय त्रिपाठी को लेकर स्थानीय न्यायालय में पेश किया जिसके बाद ट्रांजिस्टर रिमांड पर कस्टडी में ले मुम्बई के लिए रवाना हो गई।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक सुभाषचन्द्र राय थाना कछवां मिर्जापुर, उप निरीक्षक रमाकान्त यादव थाना कछवां मिर्जापुर, कांस्टेबल मोहम्मद अशद अली, कांस्टेबल अवनीश सिंह सभी थाना कछवां शामिल थे। वहीं क्राइम ब्रांच मुम्बई से उप निरीक्षक सुभाष मठे मुम्बई क्राइम ब्रांच यूनिट-1, पीएसआई हेड कास्टेबल जितेन्द्र क्षेड़गे मुम्बई क्राइम ब्रांच यूनिट-1, कास्टेेेबल विनोद मादले मुम्बई क्राइम ब्रांच यूनिट-1 शामिल रहे थे।

सकते में है तुलापुर के ग्रामीण

मुंबई में हुए RepublicTV के TRP मामले में जुड़े एक आरोपी को मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा मिर्जापुर के कछवां थाने की पुलिस के साथ मिलकर तुलापुर गांव से गिरफ्तार किए जाने के बाद गांव के ग्रामीण सकते में हैं। साधारण से दिखने वाले विनय तिवारी द्वारा इतना बड़ा कारनामा किए जाने को लेकर ग्रामीण भी हैरत में है।

सोमवार 12 अक्टूबर को एक साथ भारी संख्या में पुलिस टीम के गांव में आने, साथ में मुंबई की क्राइम ब्रांच की भी टीम होने को लेकर हर कोई दहशत में नजर आया, लेकिन जैसे-जैसे लोगों को पता चलता गया वैसे वैसे ही लोग अपने घरों की ओर लौटने लगे थे। 

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