UP Election 2022 Result : बैलेट पेपर वोटिंग में सपा जीती, BJP को 99 सीटों पर मिली जीत, स्वामी प्रसाद मौर्य ने उठाया EVM पर सवाल
UP Election 2022 Result : स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा है कि बैलेट पेपर से जो वोट मिले उसके अनुसार सपा को 309 सीटों पर जीत मिली है...
UP Election 2022 Result : उत्तर प्रदेश विधासभा चुनाव (UP Election 2022) के नतीजे घोषित होने के बाद यह साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। वहीं अन्य दलों के नेताओं द्वारा ईवीएम (EVM) और चुनावी नतीजों पर सवाल उठाने का सिलसिला जारी है। नतीजे घोषित होने के बाद से ही राज्य में दूसरे नंबर पर आई सपा गठबंधन लगातार ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। वहीं इस कड़ी में एक बार फिर स्वामी प्रसाद मौर्य ने ईवीएम पर सवाल खड़ा किया है।
बैलेट पेपर वोटिंग में सपा को मिली जीत
बता दें कि चुनाव से ठीक पहले भाजपा (BJP) छोड़ सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए आज बुधवार को कहा है कि बैलेट पेपर से जो वोट मिले उसके अनुसार सपा को 309 सीटों पर जीत मिली है, जबकि भाजपा को सिर्फ 99 सीटें मिली है। बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बाद भाजपा या सपा की जीत की नहीं है। बात है लोकतंत्र की। भाजपा को जीत कैसे मिली ये बड़ा सवाल है।
अखिलेश यादव ने भी किया था सपा की जीत का दावा
बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी बीते मंगलवार को ईवीएम पर सवाल खड़े करते हुए बैलेट पेपर का मुद्दा उठाया था। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि 'पोस्टल बैलेट में सपा-गठबंधन को मिले 51.5% वोट व उनके हिसाब से 304 सीटों पर हुई सपा-गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है। पोस्टल बैलेट डालनेवाले हर उस सच्चे सरकारीकर्मी, शिक्षक और मतदाता का धन्यवाद जिसने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता।'
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी की ढाई गुना सीटें बढ़ाकर अपना रुझान जाता दिया है और भाजपा की सीटों का घटाव भविष्य का संकेत है। साथ ही उन्होंने कहा कि धान खरीद न होने से किसान बेहाल हैं। कई जगहों पर खरीद की अवधि समाप्त हो गई पर किसानों का धान नहीं खरीदा गया। समय अपर किसानों को खाद भी नहीं मिला।