शराबबंदी वाले गुजरात में भाजपा नेता हेमेंद्र जनसारी पर पत्नी ने लगाये शराब पीकर हंगामा करने समेत कई गंभीर आरोप
Kutch news : पत्नी की शिकायत पर जिन भाजपा नेता हेमेंद्र जनसारी को पुलिस ने हिरासत में लिया है, यह वही हैं जिनकी संस्था द्वारा कच्छ के एकमात्र सिविल अस्पताल जोकि अडानी ग्रुप द्वारा संचालित है, में कई एम्बुलेंस चलाई जाती हैं और इसकी एवज में मोटा किराया मिलता है...
दत्तेश भावसार की रिपोर्ट
गुजरात में वैसे तो कागजों पर दारूबंदी है, लेकिन वास्तविकता कुछ और है। गुजरात के कई इलाकों में अंग्रेजी व देशी दारू की बिक्री सरेआम होती है, जिसको डबल इंजन की भाजपा सरकार खुले तौर पर नकारती है। हालांकि जमीनी हकीकत भाजपा के शराबबंदी के दावों को हवा हवाई कर देती है। सबसे बड़ी बात तो यह कि भाजपा से जुड़े नेता का नाम ही जब शराब पीकर हिंसा करने में शामिल हो जाये तो शराबबंदी की पोल और बेहतर तरीके से खुल जाती है।
जानकारी के मुताबिक गुजरात के कच्छ जिले के भाजपा के तालुका पंचायत सदस्य के खिलाफ उनकी पत्नी ने दारु पीकर घर में हंगामा करने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तालुका पंचायत सदस्य हेमेंद्र जनसरी को हिरासत में लिया और आगे की कार्यवाही के लिए प्रक्रिया चालू कर दी है।
गौरतलब है कि गुजरात में सत्तासीन भाजपा गाहे बगाहे दारूबंदी का ढिंढोरा पीटती रहती है, मगर हकीकत अकसर एक्सपोज होती रहती है। लट्ठा कांड में 100 से अधिक लोगों की मृत्यु के भी समाचार मीडिया में आये, मगर सरकार लठ्ठा कांड से इनकार करती रही। दिन दोगुनी और रात चौगुनी प्रगति दारू के धंधेबाजों की होती है पर सरकार यह मानने को तैयार नहीं कि गुजरात में अंग्रेजी और देसी शराब बेची जाती है। अब जबकि भाजपा के ही तालुका पंचायत सदस्य के खिलाफ शिकायत हुई है, तो कोई भी नेता इस मामले में बोलने से बच रहा है।
कच्छ के लखपत तालुका पंचायत सदस्य हेमेंद्र जनसारी जिनके खिलाफ उनकी पत्नी ने शिकायत दर्ज करायी है, पर कच्छ सांसद का विशेष आशीर्वाद होने की बात मीडिया में आती रहती है, इसलिए आशंका है कि इस बार भी वह साफ बच निकलेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि पूर्व में भी उन पर कई संगीन आरोप लगे, वह विवादों में घिरे, मगर सत्तापक्ष में होने के कारण साफ बच निकले। कच्छ के एकमात्र सिविल अस्पताल जोकि अडानी ग्रुप द्वारा संचालित है, उसमें कई एम्बुलेंस हेमेंद्र जनसरी की संस्था द्वारा चलाई जाती हैं और इसकी एवज में मोटा किराया मिलता है।
भाजपा में ऐसे नेताओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन गुजरात में सामान्य लोगों की शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती। मगर इस बार हेमेंद्र जनसारी वाले मामले में शिकायतकर्ता खुद उनकी पत्नी है, इसलिए पुलिस को तत्काल एक्शन लेना पड़ा। मगर चर्चा का बाजार गर्म है कि आने वाले समय में यह मामला धूल फांकता नजर आयेगा।
मगर भाजपा नेता का शराब पीकर हंगामा करने की घटना से यह बात साबित हो चुकी है कि मोदी के गुजरात में सत्ता पक्ष के लिए दारू पीना और बेचना दोनों आम बात है, इसलिए गुजरात में दारूबंदी है यह कहना एक बड़ा मजाक और धोखा है।