UP में 12 साल पहले जिस किशोरी के अपहरण और मर्डर के जुर्म में 9 लोगों को हुई थी जेल, वह निकली जिंदा
12 साल पहले जिस किशोरी के अपहरण और हत्या के जुर्म में 9 लोग पहुंचे जेल की सलाखों के पीछे वह निकली जिंदा, बच्चों और पति के साथ जी रही खुशहाल जीवन...
जनज्वार। यूपी के जालौन में एक युवती की हत्या के जुर्म में 12 साल पहले 9 लोगों को जेल की सलाखों में डाला गया था। मगर अब खुलासा हुआ है कि जिसकी हत्या के जुर्म में लोग जेल की सजा तक काट चुके हैं, वह जिंदा है। यह जानकारी जालौन जिले के एसपी यशवीर सिंह ने साझा की है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक जालौन जिले के कालपी कोतवाली क्षेत्र में 12 साल पहले किशोरी जावित्री पुत्री रज्जो का अपहरण किया गया था। उसके अपहरण के कुछ समय बाद एक अज्ञात शव बरामद किया गया था, जिसकी पहचान जावित्री की मां रज्जो ने अपनी बेटी के तौर पर की थी और 9 लोगों को उसकी हत्या का दोषी ठहराया था।
रज्जो की शिकायत पर इस मामले में आरोपियों को सजा हो गयी, मगर अब खुलासा हुआ है कि जिसकी हत्या के जुर्म में लोग सजा तक काट चुके हैं वह जिंदा है, न केवल जिंदा है बल्कि अपने पति और बच्चों के साथ रह रही है।
पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक जावित्री पुत्री रज्जो अलीगढ़ में जिंदा मिली। वह अलीगढ़ में अपने पति और बच्चों के साथ रह रही है, जबकि उसके अपहरण और हत्या के मामले में 9 लोगों को जेल हुई थी, जो फिलहाल जमानत पर हैं।
एसपी यशवीर सिंह ने मीडिया को इसकी पुष्टि करते हुये बताया कि जावित्री अपहरण और मर्डर केस की जांच 2008 में सीबीसीआईडी ने की थी और उन्हीं ने चार्जशीट भी लगाई थी।
किशोरी के अपहरण के कुछ दिन बाद एक अज्ञात शव मिला था, जिसकी शिनाख्त जावित्री की मां ने अपनी बेटी के रूप में करते हुए 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया था। पुलिस का कहना है कि अब इतने लंबे समय बाद प्रतिवादी पक्ष ने जावित्री को जिंदा ढूंढ निकाला है और मंगलवार 15 सितंबर को जावित्री की ओर से उसके जीवित होने का प्रार्थना पत्र भी कालपी कोतवाली में जमा करा दिया गया है।