UP के मैनपुरी में पंपिंग सेट का उपयोग करने पर युवक ने कर दी नाबालिग चचेरे भाई की बेरहमी से कुल्हाड़ी से काटकर हत्या
15 साल का बिन जब खेत पर जुताई करने जा रहा था तो उस पर पीछे से उसके चचेरे भाई राहुल ने कुल्हाड़ी से हमला किया गया, उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया...
मैनपुरी। मैनपुरी के नगला कोंडर गांव में 15 साल के लड़के की उसके चचेरे भाई ने कुल्हाड़ी से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के पीछे की वजह सिर्फ इतनी है कि नाबालिग ने आरोपी के पंप का उपयोग कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।
खबरों के मुताबिक, 11वीं कक्षा का छात्र रॉबिन यादव अपने खेत पर जुताई करने गया था, तभी उसके 26 साल के चचचेरे भाई राहुल यादव ने उस पर हमला कर दिया।
घटनाक्रम के मुताबिक शनिवार 12 सितंबर को रॉबिन जब खेत पर जुताई करने जा रहा था तो उस पर पीछे से हमला किया गया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि उन दोनों के परिवारों के बीच सिंचाई के लिए पंप सेट के उपयोग को लेकर विवाद था। हालांकि अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि उस पंप का मालिक उन दोनों में से किसका परिवार है।
दिलचस्प बात यह है कि विवाद के बावजूद दोनों के परिवार एक ही घर में एक साथ रह रहे थे। वहीं मृतक के पिता विनोद यादव की पहले मौत हो चुकी है।
मृतक के परिवार के सदस्यों ने दन्नाहार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी राहुल यादव समेत 3 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
मैनपुरी के एसपी अजय कुमार ने कहा कि उनके बीच दो दिन पहले भी झड़प हुई थी। पुलिस भी मौके पर पहुंची थी और उनके परिवार के सदस्यों के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझ भी गया था।
मृतक रोबिन की मां ने अपने बेटे की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए शिकायत दर्ज की है कि राहुल ने उनके पुत्र पर कुल्हाड़ी से हमला किया तो वे अपनी बेटी के साथ बेटे को बचाने दौड़ीं, लेकिन राहुल की मां कुसुम देवी और बहन अर्चना ने उन्हें और उनकी बेटी को पकड़ लिया, जिससे वह अपने बेटे को बचा नहीं सकी।
वहीं इस मामले में एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि कुसुम देवी को हिरासत में ले लिया है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई गई हैं।