16 वर्षीय बेटे ने PUBG खेलते हुए मां के अकाउंट से उड़ा दिए 10 लाख रुपये, फिर अलविदा नोट छोड़ घर से भागा

मंगलवार 24 अगस्त को लड़के का घर पर अलविदा नोट मिला तो परिजन घबरा गए। उन्होंने तुरंत एमआईडीसी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। माता पिता की शिकायत मिलने के पुलिस भी बेटे को ढूंढने में लग गई....

Update: 2021-08-29 06:44 GMT

जनज्वार। मुंबई में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सोलह वर्षीय बेटे ने गुपचुप पब्जी (PUBG) खेलते हुए अपनी मां के अकाउंट से दस लाख रुपये खाली कर दिए। इस बात की भनक जब उसके पिता को लगी तो उन्होंने उसे बुरी तरह डांटा। इसके बाद डर से वह घर छोड़कर भाग गया। बेटे ने घर पर एक अलविदा नोट छोड़ा। जिसमें उसने लिखा कि वह कभी वापस आएगा। वहीं अपराध शाखा के अधिकारियों ने कहा कि लड़के ने पब्जी को खरीदने का एक तरीका निकाला था। बता दें कि पब्जी गेम भारत में प्रतिबंधित है। 

मंगलवार 24 अगस्त को लड़के का घर पर अलविदा नोट मिला तो परिजन घबरा गए। उन्होंने तुरंत एमआईडीसी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। माता पिता की शिकायत मिलने के पुलिस भी बेटे को ढूंढने में लग गई। तकनीकी निगरानी के जरिए पुलिस ने लड़के पर नजर रखी।

इंस्पेक्टर महेश कुमार के नेतृत्व में अपराध शाखा की एक टीम ने लड़के के लापता होने के एक दिन बाद बुधवार 25 अगस्त को अंधेरी पूर्व में महाकाली इलाके से उसका पता लगाया।

हालांकि पुलिस ने इस बात की जानकारी साझा करने से इनकार किया कि चौबीस घंटे के दौरान लड़का कहां रहा। पुलिस के मुताबिक यह बहुत ही संवेदनशील मामला है। किशोर मन होता है। उसे प्यार से वापस लाया गया। बेटे को माता-पिता को सौंपने से पहले पुलिस ने सलाह दी और उन्हें कहा कि वह बच्चे को कुछ न कहें। हालांकि दस लाख रुपये उड़ जाने के बाद से परिवार दुख में हैं। परिवार मध्यमवर्ग ताल्लुक रखता है।

पुलिस उपायुक्त (अपराध) दत्ता नलवाडे ने कहा, 'हमने माता-पिता से कहा है कि वह बच्चे पर बहुत सारे सवालों का दबाव न डालें।' एक अन्य अधिकारी ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की गतिविधियों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कई बच्चे ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं।

बता दें कि पब्जी जैसे ऑनलाइन गेम्स की लत की वजह से पहले भी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिसकी वजह से कई संस्ताओं ने इसे प्रतिबंधित करने की मांग उठाई थी। इस तरह के गेम्स से बच्चों की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है।

हालांकि गेम डेवलपर्स बीजीएमआई के लॉन्च से पहले कई तरह के पैरेंटल लॉक जैसे फीचर्स गेम दिए हैं। ऐसे में जिस फोन में गेम इंस्टॉल हो उसमें किसी भी तरह के बैंकिंग ऐप्स नहीं होने चाहिए, ताकि बच्चे उसका इस्तेमाल न कर पाएं। साथ ही अभिभावकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन जैसी जानकारियां बच्चों के साथ शेयर न की जाए।

पब्जी गेम ऑनलाइन एक ऐसा बैटलग्राउंड उपलब्ध करवाता है जिसमें स्वयं को बचाने के लिए जद्दोजहद चलती है। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है इसके अनुसार रैंकिंग मिलती है। नतीजन किशोर व युवा इसमें बुरी तरह डूबने लगते हैं। इस गेम में खेलने वाले की मानसिकता ऐसी हो जाती है कि वह लक्ष्य पाने में विफल रहने पर खुद को बुरी तरह मारता-पीटता है। कई बार गंभीर रूप से घायल हो जाता है। कई बार बेहोशी में चला जाता है।

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