'पुलिस बोली मुल्लाजी की दाढ़ी कट गयी, हवा खुलकर आयेगी', अब्दुल समद के बेटे ने लगाया आरोप

बुलंदशहर के अनूपशहर के रहने वाले अब्दुल समद सैफी (72 साल) 5 जून को अपने किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए गाजियाबाद गए थे, यहां उन्होंने ऑटो लिया था, उसमें 4 युवक सवार थे, युवकों ने उनकी दाढ़ी काटी....

Update: 2021-06-17 10:07 GMT

(पीड़ित के बेटे ने दावा किया कि जब वह मामले की शिकायत करने थाने गए तब पुलिस ने उन्हें दो हजार रुपये दिए और वापस लौटने को कह दिया।)

जनज्वार डेस्क। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट और दाढ़ी काटने का मामला तूल पकड़ने लगा है। पीड़ित बुलंदशहर के रहने वाले हैं। घटना को लेकर परिवार के लोगों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है।

पीड़ित के बेटे ने दावा किया कि जब वह मामले की शिकायत करने थाने गए तब पुलिस ने उन्हें दो हजार रुपये दिए और वापस लौटने को कह दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ अभद्रता भी की।

खबरों के मुताबिक पीड़ित के बेटे तैय्यब सैफी ने बताया, 'गाजियाबाद पुलिस ने कहा था कि मुल्लाजी दाढ़ी कट गई तो कोई बात नहीं है। हवा खुलकर आएगी।' उन्होंने आगे बताया कि पुलिसकर्मी ने वापस लौटने के लिए उन्हें 2 हजार रुपये भी दिए थे। इस पर परिवार के लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं आहत करती हैं। दाढ़ी काटना समाज के लिए शर्मनाक है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। परिवार ने दावा किया है कि पीड़ित अब्दुल समद कारपेंटर हैं। वह ताबीज का काम नहीं करते हैं।

बुलंदशहर के अनूपशहर के रहने वाले अब्दुल समद सैफी (72 साल) 5 जून को अपने किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए गाजियाबाद गए थे। यहां उन्होंने ऑटो लिया था। उसमें 4 युवक सवार थे। युवकों ने उनकी दाढ़ी काटी। परिजन का दावा है कि समद पर जय श्रीराम बोलने का दवाब डाला गया और न कहने पर दाढ़ी काट दी गई।

वहीं दूसरी ओर परिजन का दावा हैं कि मारपीट का वीडियो बनाने के दौरान ऑटो में गाना चल रहा था, इसिलए जय श्रीराम बोलवाने की आवाज नहीं आई। उधर, गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए कहा है कि बुजुर्ग ताबीज बनाने का काम करते थे। जिसको लेकर यह घटना हुई है।

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