150 से अधिक मौतों के बाद PM Modi के भाषण पर फिल्मकार का तंज, कहा- कम से कम आज तो फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता से बचना था
Morbi Bridge Collapse: आज सरदार पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टैचू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) के कार्यक्रम में बैंड बाजों के साथ शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री शिकारी टाइप जैकेट के साथ फौजी कट टोपी और चश्मा लगाकर पहुँचे थे। जिसपर फिल्मकार ने तंज कसा है...
Morbi Bridge Collapse: मोरबी पुल गिरने की घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने पहले सरदार पटेल (Sardar Patel) की प्रतिमा पर जाकर फूल चढ़ाए। दरअसल आज सरदार पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टैचू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) के कार्यक्रम में बैंड बाजों के साथ शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री शिकारी टाइप जैकेट के साथ फौजी कट टोपी और चश्मा लगाकर पहुँचे थे। जिसपर फिल्मकार ने तंज कसा है।
PM Modi मोरबी में हुई इतनी बड़ी दुर्घटना के लिए 2 लाइनें बोलकर अपना आगे का भाषण चुनाव (Political Speech) संबंधित बोलते रहे। जिसमें, राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में आज भारत भर में 75000 एकता दौड़ें होने की जानकारी दी। इस दर्दनाक हादसे की बजाय मुफ्त वैक्सीन की बात की, उज्ज्वला योजना की बात की, शौचालय की बात कही ताली-थाली बजवाने वाली बात बताई, मुफ्त दवाई-मुफ्त राशन और वैक्सीन की बात छेड़ दी, जो कहीं से भी उचित नहीं समझी जा सकती।
Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी का झूलता हुआ पुल गिरने से 150 से अधिक लोगों की जान चली गई। 150 मौतों के बाद अब असली खेल शुरू हो चुका है। खेल के मुताबिक, Oreva Company के उस ठेकेदार को बचाया जा रहा है जिसे मरम्मत का जिम्मा दिया गया था। पूरे मामले में हैरानी की बात तो यह है कि FIR की कॉपी में इस कंपनी और कंपनी के ठेकेदार का कहीं नाम तक नहीं है। जबकि इसी कंपनी को ठेका दिया गया था।
सामने यह भी आया है कि ओरेवा कंपनी, अजंता घड़ी भी बनाती है। मरम्मत का ठेका उस ओरेवा कंपनी को मिला था, जिसके पास पुल या सिविल निर्माण का कोई अनुभव ही नहीं है। 800 करोड़ रुपये की यह कंपनी अजंता घड़ी का निर्माण कंपनी है। यह सब किसके इशारे पर हो रहा कहने बताने की जरूरत नहीं है। इनपुट के मुताबिक यह कंपनी और इसके मालिक जयसुख पटेल गुजरात में भाजपा नेताओं की रैलियों सभाओं का खर्च उठाते हैं।
विपक्ष ने प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि, चुनाव जीवी हमेशा चुनाव के मूड़ में रहते हैं। वहीं, कई लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री को मोरबी दुर्घटना में मरे हुए लोग और घायल लोगों से कोई मतलब नहीं है, वह सिर्फ अपना चुनाव अभियान आगे बढाए जा रहे हैं। जबकि, गुजरात के एक हिस्से में 150 से 190 लोगों की मृत्यु हो जाती है तभी गुजरात के दूसरे हिस्से में प्रधानमंत्री बैंड बाजों के साथ उत्सव मना रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसे लेकर बड़ी आलोचना हो रही है।