अवैध संबंध के शक में बहू समेत 5 की जान लेने वाला रिटायर्ड फौजी बोला, बच्चों को इसलिए मारा क्योंकि परवरिश में आती दिक्कत
5 लोगों को मारने वाले बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी ने पुलिसिया जांच में बताया कि उसने किरायेदार के बच्चों को इसलिए मार डाला क्योंकि मां-बाप की मौत के बाद उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता, जिससे वह अनाथों की तरह जीवन बिताते...
जनज्वार ब्यूरो। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक मकान मालिक जोकि रिटायर्ड फौजी था, ने अपनी ही पुत्रवधू और किरायेदार के बीच कथित अवैध संबंधों के शक में 23 अगस्त की रात को पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी। मरने वालों में दो महिलाएं, दो बच्चे और एक किरायेदार शामिल था। 5 लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी खुद थाने पहुंचा और अपना जुर्म कबूला।
अब इस मामले में नया खुलासा करते हुए बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी ने पुलिसिया जांच में बताया है कि उसने किरायेदार के बच्चों को इसलिए मारा, क्योंकि मां-बाप की मौत के बाद उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता, जिससे वह अनाथों की तरह जीवन बिताते।
गौरतलब है कि 5 लोगों की हत्या का यह मामला गुरुग्राम के थानाक्षेत्र राजेन्द्र पार्क का है। यहां मंगलवार 24 अगस्त की अल-सुबह थाने पहुंचे एक शख्स ने पुलिस को बताया कि उसने पांच लोगों की हत्या कर दी है। शख्स की बातें सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि वाकई उस शख्स ने अपनी पुत्रवधू, किरायेदार, किरायेदार की पत्नी और उसके दो बच्चों की हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से पूछताछ के दौरान रिटायर्ड फौजी ने कबूला कि अपनी बहू, किरायेदार और उसकी पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद उसने सोचा कि किरायेदार के बच्चे अगर बच गए तो उनकी परवरिश कौन करेगा। तीनों को मारने के बाद उसने किरायेदार के दोनों छोटे बच्चों को भी मार डाला।
एक साथ पांच लोगों की हत्या का यह मामला मीडिया में छा गया था और लोगों में दहशत पैदा कर दी थी। मात्र आधे घंटे के अंदर रिटायर्ड फौजी ने 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
पुलिस को हत्या आरोपी रिटायर्ड फौजी राय सिंह ने बताया कि इसी साल जनवरी में उसने अपनी बहू को किरायेदार कृष्णा तिवारी के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा था, वह तभी से दोनों को जान से मार देना चाहता था। हालांकि उसने तुरंत उन्हें नहीं मारा, मगर उसके शक कायम रहा। रिटायर्ड फौजी को लगता कि उसकी बहू के साथ किरायेदार के साथ नाजायज संबंधों का सिलसिला लगातार जारी है।
रिटायर्ड फौजी के मुताबिक मर्डर की इस खतरनाक वारदात को अंजाम देने से पहले बाकायदा एक प्लान बनाया। उसने 5 हत्याओं को अंजाम देने से 1 दिन पहले अपने बेटे को खाटू श्याम भेज दिया था। उसके बाद रात साढ़े 11 बजे के करीब उसने खुरपी और घास काटने वाला चाकू अपने पास रख लिया और घर की सारी लाइटें बुझा दी थीं। रात दो बजे के करीब वह अपनी बहू के कमरे में पहुंचा और दरवाजा खुलवाया। जैसे ही उसकी बहू दरवाजा खोलकर उसके सामने आयी उसने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिये। राय सिंह ने बहू पर चाकू से दर्जनों वार किए और इसके बाद वह वहां यह देखने के लिए बैठा रहा कि उसकी जान गयी है या नहीं।
बहू को मौत के घाट उतारने के बाद वह 23-24 अगस्त की आधी रात को 2:20 बजे सीढ़ियां चढ़कर किरायेदार कृष्णा तिवारी के कमरे में पहुंचा। किरायेदार कृष्णा ने जैसे ही दरवाजा खोला उसने उस पर भी चाकुओं से ताबड़तोड़ वार किये। 10 मिनट बाद यानी 2:30 बजे उसने कृष्णा की पत्नी अनामिका के कमरे में जाकर उसको भी चाकुओं से गोद डाला। कृष्णा और अनामिका को मौत की नींद सुलाने के बाद रिटायर्ड फौजी राय सिंह ने उनके दोनों बच्चों को भी बेरहमी से मार डाला।