Bareli Crime News : बिजनेस पार्टनरशिप का दिया झांसा, रेडियोलॉजिस्ट से 25 लाख की ठगी

Bareli Crime News : रेडियोलॉजिस्ट रजत सक्सेना ने बताया कि 2017 में उसने रामपुर के मिलक में अपना अल्ट्रासाउंड क्लीनिक शुरू किया था। उसे अपने क्लीनिक के लिए कुछ स्वास्थ्य मशीनों की आवश्यकता थी।

Update: 2021-10-25 07:31 GMT

(बरेली में रेडियोलॉजिस्ट से पच्चीस लाख रुपये की ठगी। प्रतीकात्मक तस्वीर)

Bareli Crime News: उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareli) से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। यहां दो धोखेबाजों ने कथित तौर पर स्वास्थ्य उपकरणों व बिजनेस पार्टनरशिप (Business Partnership) के नाम पर रेडियोलॉजिस्ट रजत सक्सेना से 25 लाख रुपए की ठगी की है। आरोपियों ने रजत से मशीनों की खरीद फरोख्त में धोखाधड़ी (Fraud) की। पीड़ित ने प्रेम नगर थाने में आरोपी सोनू सिंह और सरिता राघव के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

आरोपियों से खरीदी थी मशीनें

रेडियोलॉजिस्ट (Radiologist) सक्सेना डीडीपुरम (DDPuram) का निवासी है। रजत सक्सेना ने बताया कि 2017 में उसने रामपुर के मिलक में अपना अल्ट्रासाउंड क्लीनिक (Ultrasound Clinic) शुरू किया था। उसे अपने क्लीनिक के लिए कुछ स्वास्थ्य मशीनों की आवश्यकता थी। जिसके लिए उसने सुभाष नगर के मढ़ीनाथ के निवासी सोनू सिंह और सरिता राघव से संपर्क किया। यह दोनों लोग अल्ट्रासाउंड सीटी स्कैन और एमआरआई जांच मशीनों को बेचने का धंधा करते थे। रजत ने अपने क्लीनिक के लिए दोनों से कुछ जरूरी मशीनें खरीदी। मशीनें खरीदने के दौरान आरोपियों और पीड़ित के बीच जान-पहचान हो गई और साथ आना-जाना शुरू हो गया।

आरोपियों ने रखा बिजनेस का प्रस्ताव

मशीनें खरीदने के दौरान जान पहचान होने के बाद दोनों पक्षों की आपस में दोस्ती हो गई। रजत दोनों की दुकानों पर जाता और आरोपी भी रजत के क्लीनिक में आने जाने लगे। गहरी दोस्ती होने के बाद कुछ महीने बीतने पर दोनों आरोपी रजत के क्लीनिक पर आए। 2018 में आरोपियों ने रजत के सामने प्रोजेक्ट फिजिको रेडियोलॉजिस्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड नाम से बिजनेस शुरू करने का प्रस्ताव रखा। बिजनेस में अच्छा खासा फायदा बताते हुए आरोपियों ने रजत को पार्टनर बनने की सलाह दी। जिसके लिए रजत से 20 लाख रुपए इन्वेस्ट करने को कहा गया। इस बिजनेस में पैसे लगाने के बदले रजत को हर महीने 40 हजार रुपए प्रॉफिट देने का वादा किया था। रजत इस बिजनेस में पैसे लगाने के लिए आसानी से मान गया। जिसके बाद स्टांप पेपर पर समझौते की शर्तों के साथ एग्रीमेंट साइन हो गया।

2019 में प्रॉफिट देना बंद कर दिया

पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने बिजनेस की शर्तों के अनुसार मार्च 2019 तक हर महीने 40 रुपए का भुगतान किया। लेकिन इसके बाद से आरोपियों ने रजत को ना तो प्रॉफिट की रकम दी ना ही कुछ वेतन दिया। आगे बात करने पर आरोपी कुछ ना कुछ बहाना बनाकर बात टाल देते थे। कुछ महीनों बाद भी प्रॉफिट ना मिलने पर रजत को ठगी का अहसास हुआ। रजत को आशंका हुई कि आरोपी उसके सारे रुपए हड़प गए हैं। जिसके बाद रजत ने आरोपियों को कानूनी कार्यवाही करने की धमकी दी।

दोनों पक्षों में हुआ समझौता

रजत ने आरोपियों से अपने बिजनेस में लगाए हुए 20 लाख रुपए वापस मांगे। रकम ना देने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की धमकी पर दूसरे पक्ष ने समझौते की बात की। आरोपियों ने 20 लाख रुपए के बदले एक एक्स-रे मशीन, टेबल कैसेट और 5-5 लाख रुपए के दो चेक देने का समझौता किया। दोनों पक्षों के बीच इन शर्तों पर एग्रीमेंट साइन हो गया। आरोपियों ने पांच 5-5 लाख रुपए के दो चेक और मशीनें रजत को दी लेकिन उसकी कोई रसीद नहीं दी। रजत ने बताया कि आरोपियों द्वारा दी गई मशीनें केवल 90 दिन में ही खराब हो गई साथ ही 5 लाख के दोनों चेक बाउंस हो गए।

पीड़ित ने ठगी के मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की। जिसके बाद रजत ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने इस मामले पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने के आदेश दिए। जिसके बाद प्रेमनगर थाना में सुभाष नगर के सोनू सिंह और सरिता राघव के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में जांच शुरू कर दी है। 

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