बेंगलुरु में संपत्ति के लिए इंजीनियर बेटा करता था मां-बाप को प्रताड़ित, इसलिए पिता ने सुपारी देकर करा दी हत्या

पुलिस ने नवीन और केशव से कड़ाई से पूछताछ की तो उन दोनों ने कौशल की हत्या की बात कबूली और इसके साथ ही सनसनीखेज खुलासा किया कि खुद कौशल के पिता ने उसकी हत्या के लिए उन्‍हें 3 लाख रुपये की सुपारी दी थी, इनमें से एक लाख रुपये एडवांस के बतौर उन्हें दिये गये थे....

Update: 2021-01-20 17:42 GMT

बेंगलुरु, जनज्वार। समाज में रोज-रोज ऐसी-ऐसी खबरें सामने आती हैं, जिन पर सहज विश्वास करना नामुमकिन होता है। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के बेंगलुरु से सामने आया है, जहां एक पिता ने ही अपने जवान बेटे के मर्डर की सुपारी दी थी।

कर्नाटक के बेंगलुरु में पुलिस ने 50 साल के एक बिजनेसमैन पिता को अपने ही बड़े बेटे की हत्‍या करवाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक बिजनेसमैन का बेटा संपत्ति में हिस्‍सेदारी को लेकर अपने मां-बाप को बहुत प्रताड़ित करता था। उनके साथ मारपीट भी करता था, इसलिए उसके उत्पीड़न से तंग आकर पिता ने यह खतरनाक कदम उठाया और उसे अपने रास्ते से दूर कर दिया।

पुलिस को पेशे से इंजीनियर युवा की हत्या की सूचना 12 जनवरी को मिली थी। जांच के बाद बेंगलुरु ग्रामीण की पुलिस ने मल्‍लेश्‍वरम के बीवी केशव प्रसाद और दो संदिग्‍ध युवाओं नवीन कुमार और केशव को गिरफ्तार किया। इन दोनों आरोपी युवाओं की उम्र 19 साल है और ये टिप्‍पासांद्रा के निवासी हैं।

पुलिसिया जानकारी के मुताबिक व्यवसायी केशव प्रसाद ने 12 जनवरी को मल्‍लेश्‍वरम पुलिस स्‍टेशन में अपने बेटे कौशल प्रसाद की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। कौशल एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर था। उन्होंने रिपोर्ट में लिखवाया था कि उनका बेटा 10 जनवरी से गायब है। रिपोर्ट में केशव प्रसाद ने बताया था कि उनका बेटा मल्‍लेश्‍वरम 18 क्रॉस से एक कार में अपने दोस्‍तों के साथ गायब हुआ था। इससे पहले कौशल अपने छोटे भाई को अपना फोन दे गया था।

उसी दिन यानी 12 जनवरी को कुछ लोगों ने अवलाहल्‍ली पुलिस को जानकारी दी थ्ी कि इलमअल्‍लप्‍पा झील में तीन बोरों से भयानक बदबू आ रही है। जब पुलिस वहां पहुंची और उन बोरों को बरामद कर उनका मुंह खोला तो तीनों में से लाशें बरामद की गयीं। जल्‍द ही उस लाश की शिनाख्त कौशल के रूप में की गयी। पुलिस ने हत्‍या का मुकदमा दर्ज कर पोस्‍टमॉर्टम के बाद लाश उसके परिवार को सौंप दी थी।

इसके बाद जब पुलिस ने जब घटनास्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो उसमें नजर आया कि मृतक कौशल एक सफेद रंग की मारुति जेन में बैठ रहा है। इस कार की जांच के दौरान पुलिस नवीन कुमार और केशव तक पहुंची तो पता चला कि उन दोनों ने 1 लाख में कुछ दिन पहले ही सेकंड हैंड कार खरीदी थी। इसी सीसीटीवी फुटेज में नजर आया कि इन दोनों की कार इलमअल्‍लप्‍पा झील की ओर बढ़ रही है।

इस फुटेज के बाद जब पुलिस ने नवीन और केशव से कड़ाई से पूछताछ की तो उन दोनों ने कौशल की हत्या की बात कबूली और इसके साथ ही सनसनीखेज खुलासा किया कि खुद कौशल के पिता ने उसकी हत्या के लिए उन्‍हें 3 लाख रुपये की सुपारी दी थी, इनमें से एक लाख रुपये एडवांस के बतौर उन्हें दिये गये थे।

नवीन और केशव के जुर्म कबूलने के बाद जब पुलिस ने केशव प्रसाद से इस मामले में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि कौशल मल्‍लेश्‍वरम में बने एक मकान में अपने हिस्‍से के लिए उन्‍हें रोज-रोज तंग करता था, मारपीट भी करता था।

केशव प्रसाद ने पुलिस को बताया, हमने उसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने में मदद की लेकिन वह पैसों और प्रॉपर्टी में हिस्‍से के लिए हमें बहुत टॉर्चर करता था। यहां तक कि अपनी मां को भी पीटता था। आखिर में मैंने उसे रास्‍ते से हटाने का फैसला किया और इसके लिए अपने छोटे बेटे के दो दोस्‍तों की मदद ली।

मर्डर की सुपारी मिलने के बाद ही नवीन और केशव कौशल को अपने साथ ले गए थे। उन दोनों ने उसे शराब में घोलकर नींद की गोलियां पिला दी थीं और जब वह बेहोश हो गया तो उसके शरीर के टुकड़े करके बोरे में भरकर झील में फेंक दिया। अगर पुलिस सीसीटीवी फुटेज नहीं खंगालती तो जुर्म की यह वारदात उसकी लाश के साथ ही दफन हो जाती, मगर जांच में यह बात सामने आ गयी और पिता बेटे के कत्ल में सलाखों के पीछे पहुंच गया।

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