थोड़ी सी लापरवाही पड़ गई भारी, शादी समारोह में शामिल 103 लोग हुए कोरोना संक्रमित, दूल्हे की मौत
दूल्हे की कोरोना जांच नहीं हो पाई थी,पर शादी में शामिल लोग एक-एक कर पॉजिटिव पाए जाने लगे तो अब कई सवाल उठ रहे हैं....
जनज्वार ब्यूरो,पटना। कोरोना काल में शादी जैसे सामूहिक आयोजनों में शामिल होने के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं,यह पटना में देखने को मिल रहा है। पटना के पालीगंज की यह घटना इस बात का भी सबूत है कि बाहर से आकर बिना जांच कराए लोगों से मिलना-जुलना कितना खतरनाक हो सकता है। साथ ही यह घटना क्वेरेन्टीन सेंटरों को बंद किए जाने से हो रही दिक्कतों की बानगी भी दिखा रही है। कोरोना के प्रति लोगों और सिस्टम की लापरवाही का भी यह मिसाल बन गया है।
पटना के पालीगंज में 29 जून को एक साथ 80 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। ये सभी लोग एक ही शादी समारोह में शामिल हुए थे। इसके साथ ही इसमें शामिल अबतक 103 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। कोरोना काल में शादी की जल्दबाजी के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं, इसकी यह प्रत्यक्ष मिसाल है।
बिहार की यह सबसे बड़ी कोरोना चेन बताई जा रही है। इससे पहले मुंगेर और सीवान में कोरोना चेन बनी थी, पर इस चेन के मुकाबले वह बहुत ही छोटी थी। सीवान और मुंगेर की कोरोना चेन अब समाप्त हो गई है।
शादी के दूसरे दिन ना सिर्फ दूल्हे की मौत हो गई, बल्कि अब भी बारात में शामिल लोगों में से कोरोना पॉजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है।29 जून सोमवार को भी उस शादी समारोह में शामिल 80 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। पालीगंज में एक ही गांव में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
खास बात यह है कि ये सभी पालीगंज के एक गांव में 15 जून को एक ही शादी समारोह में शामिल हुए थे। जिस शादी से सभी कोरोना से ग्रसित हुए हैं, उस दूल्हे की मौत शादी के दो दिनों के बाद यानी कि सुहागरात के अगले दिन 17 जून को ही इलाज के दौरान हो गई थी।
गांव के लोग दूल्हे की मौत का कारण भी कोरोना बता रहे हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है, क्योंकि उसकी कोरोना जांच ही नहीं कराई गई थी। चूंकि कथित रूप से उसकी मौत पेट दर्द के कारण हुई थी। न तो परिजनों ने उसके मौत की सूचना प्रशासन को दी, न ही गांव वालों ने।
हालांकि जब गांव के लोग एक-एक कर पॉजिटिव पाए जाने लगे, तब प्रशासन अलर्ट मोड में आया। उस शादी में जितने लोग भी शामिल हुए थे, उन लगभग तीन सौ लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया। साथ ही उन सभी मुहल्लों को सील कर दिया गया था, जहां से सैंपल लिए गए थे।
बिहार में कोरोना से एक मंत्री, एक विधायक,एक पूर्व सांसद, कई अस्पतालों के डॉक्टर और स्टाफ भी अबतक संक्रमित हो चुके हैं। बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार 29 जून की रात्रि 11 बजे तक कुल मरीजों की संख्या 9618 तक पहुंच चुकी है। हालांकि इनमें से 7374 मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं।
बताया जा रहा है कि पटना के पालीगंज स्थित डीहपाली गांव निवासी एक युवक की विगत 15 जून को शादी हुई थी। युवक दिल्ली से हाल में ही निजी वाहन से आया था। वह दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर था। ग्रामीणों के अनुसार जब वह घर आया उस समय क्वारेंटाइन सेंटर बंद हो चुके थे, जिसके बाद उसे होम क्वारेंटाइन कर दिया गया था।
उसकी शादी के तीसरे दिन यानी 17 जून को पेट दर्द की शिकायत के बाद उसे निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया, जिसके बाद उसे पटना भेज दिया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। बाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी चिरंजीवी पांडेय के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामले की छानबीन की और मृत युवक के स्वजनों सहित कोरोना संक्रमण की जांच के लिए करीब 300 से ज्यादा लोगों का सैंपल लिया गया। संक्रमित पाए जाने वाले गांव व मुहल्ले को चिन्हित कर सील कर दिया गया।
दूल्हे की मौत कोरोना से हुई है या किसी और बीमारी से,अब इसका पता लगाना भी अब संभव नही है, क्योंकि दूल्हे का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। अंतिम संस्कार के एक हफ्ते बाद जब इलाके के लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजेटिव आई तो उस दूल्हे को लोगों ने कोसना शुरू कर दिया। ऐसा इसलिए कि जब तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी थी तो उस वक्त उसे अस्पताल भेजा गया था। बताया जाता है कि हॉस्पिटल के गेट पर पहुचने के साथ ही उसकी मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजन उसे लेकर सीधे गांव आ गए थे, जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। इसी कारण उसकी कहीं भी कोरोना की जांच प्रक्रिया नहीं हुई।
इस मामले में किसकी लापरवाही है,यह तो जांच के बाद सामने आएगा, लेकिन उस नवविवाहिता के हालत की सहज कल्पना की जा सकती है, जिसका ससुराल पहुंचने के साथ ही सुहाग उजड़ गया।
दुल्हन के पिता के अनुसार विवाह में दूल्हे की तबियत कुछ खराब थी। तब बताया गया था कि लूजमोशन के कारण थोड़ी कमजोरी महसूस हो रही है। इस घटना के बाद दुल्हन पक्ष के लगभग 100 लोगों की कोरोना जांच कराई गई। राहत की बात है कि अबतक हुए टेस्ट में दुलहन पक्ष का कोई भी कोरोना से ग्रसित नहीं पाया गया है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन वर पक्ष की तरफ से बारात में शामिल अधिकांश लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।