Bihar Panchayat Election : वोट ना देने पर दलितों से कराई उठक-बैठक, थूक चटवाया

Bihar Panchayat Election : औरंगाबाद जिले में पंचायत चुनाव में वोट न देने पर महादलित समुदाय के युवकों से उठक-बैठक कराई गई और थूक चाटने को मजबूर किया गया...

Update: 2021-12-13 11:07 GMT

(औरंगाबाद : दलितों पर अत्याचार की शर्मनाक तस्वीर)

Bihar Panchayat Election : बिहार में पंचायत चुनाव आखिरी दौर में हैं लेकिन इस बीच औरंगाबाद जिले (Aurangabad) से एक शर्मनाक और दिल दहलाने वाली तस्वीर सामाने आयी है। इस तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है कि इक्कीसवीं सदी में भी समाज में जातिवाद का कितना जहर है। औरंगाबाद जिले में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में वोट न देने पर महादलित समुदाय के युवकों से उठक-बैठक कराई गई और थूक चाटने को मजबूर किया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

खबरों के मुताबिक औरंगाबाद में एक मुखिया प्रत्याशी ने वोटिंग से पहले मतदाता से समाज सेवा करने का वादा किया। फिर अपने पक्ष में वोट करने के लिए पैसे दिए। जब वोट नहीं मिला तो मुखिया प्रत्याशी ने पहले उसकी पिटाई की। फिर उठक-बैठक लगवाई। इसके बाद भी उसका जी नहीं भरा तो सरेआम थूक चटवाया।

यह मामला कुटुम्बा प्रखंड के डुमरी पंचायत के सिंघना गांव का बताया जा रहा है। वीडियो में चुनाव हारने वाले मुखिया प्रत्याशी बलवंत सिंह सिंघना पर गांव के दो वोटरों की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी मुखिया प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया है।

मामला तूल पकड़ने के बाद दलित नेता व विधायक जिग्नेश मेवाणी ने औरंगाबाद कूच करने की चेतावनी दी। मेवाणी ने अपने ट्वीट में लिखा- औरंगाबाद जिले के डुमरी प्रखंड के सिंघना में मुखिया प्रत्याशी बलवंत सिंह ने दलित समुदाय को 'तुने वोट नही दिया?' यह कहकर उठक-बैठक करवाया, थूक चटवाया और जातिसूचक गलियां दी। नीतीश कुमार जी अविलंब मामले को संज्ञान में लेकर करवाई करें, अन्यथा हमारी टीम के साथी औरंगाबाद कूच करेंगे।

कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष डॉ. नितिन राउत ने अपने ट्वीट में लिखा कि ये उसी बिहार की घटना है जहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछड़ों के हितों की बात करते हैं। नीतीश कुमार जी कार्रवाई कीजिएगा।

 हंसराज मीणा लिखते हैं कि ये कृत्य मानवीय मूल्यों के ऊपर कलंक व हमला है। सीएम नीतीश कुमार को देखकर शर्म आनी चाहिए। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।

अखिल भारतीय परिसंघ ने अपने ट्वीट में लिखा कि बिहार में भी अब औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के डुमरी प्रखंड के सिंघना गाँव का पराजित मुखिया बलवंत सिंह दलित को उठक बैठक करवा रहा है,थूक चटवा रहा है! नीतीश कुमार के सुशासन सरकार में दलितों को जानवरों की तरह सुलूक किया जा रहा है, सत्ता के संरक्षण में जातीय रंग जारी है।


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