Lady SI Sandhya Topno Murder : राँची में महिला दरोगा की गौतस्करों ने पिकअप वैन से कुचलकर की हत्या, वाहन चालक गिऱफ्तार
Lady SI Sandhya Topno Murder : अभी तक सामने आयी जानकारी के मुताबिक पिकअप वैन से कई तस्कर कूदकर भाग गये हैं, मगर चालक पुलिस की गिरफ्त में है। अन्य की तलाश जारी है...
Lady SI Sandhya Topno Murder : झारखण्ड की राजधानी राँची में महिला दरोगा की गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी गयी। वाहन चेकिंग के दौरान दरोगा की पिकअप वैन चालक ने कुचलकर हत्या कर दी गई। यह मामला रांची जिले के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हुलहुन्दू का है, जहां वाहन चेकिंग के दौरान 2018 बैच की दरोगा संध्या टोपनो को पशुओं से लदे पिकअप वैन के चालक ने कुचल दिया, जिससे दरोगा की मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार यह घटना बुधवार 20 मई की अहले सुबह 3:00 बजे के आसपास हुई है। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर वरीय पुलिस अधिकारी पहुँचे हैं। मौके पर हटिया डीएसपी राजा कुमार मित्रा, धुर्वा और जगरनाथपुर थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी पहुंचकर दरोगा के शव को कब्जे में ले लिया है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक गौतस्कर सिमडेगा से पिकअप वैन में तस्करी के लिए पशुओं को ले जाने की सूचना सिमडेगा पुलिस को मिली। उसके बाद सिमडेगा के बसिया थाना पुलिस ने पिकअप वैन का पीछा किया। पशुओं से लदे पिकअप वैन चालक ने गाड़ी लेकर भागना शुरू दिया, जिसकी सूचना खूंटी पुलिस को दे दी गयी।
खूँटी पुलिस ने रात में नाका पर चैकिंग के बोर्ड लगा दिये तो तस्कर वहां से चकमा देकर राँची की ओर भाग गये। उसके बाद सिमडेगा पुलिस ने यह सूचना राँची पुलिस को दी। राँची पुलिस ने खूंटी राँची सीमा के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हुलहुन्दू के पास चैकिंग लगाया। इसी बीच करीब 3 बजे बड़ी तेजी से एक सफेद रंग की पिकअप वैन आती दिखी।
चैकिंग पोस्ट पर सब-इंस्पेक्टर संध्या टोपनो दलबल के साथ थी। उन्होंने गाड़ी को रुकने का इशारा किया, लेकिन पिकअप वैन चालक गाड़ी महिला दरोगा पर चढ़ाकर दिया भागने लगा।महिला दरोगा की मौके पर मौत हो गई, वहीं कुछ दूरी पर मौजूद गश्ती दल ने पिकअप वैन चालक को दबोच लिया है।
अभी तक सामने आयी जानकारी के मुताबिक पिकअप वैन से कई तस्कर कूदकर भाग गये हैं, मगर चालक पुलिस की गिरफ्त में है। अन्य की तलाश जारी है।
मूल रूप से खूंटी जिले के रनिया की रहने वाली संध्या टोपनो ने रांची में रहकर पढ़ाई की थी। बचपन से ही खेलों में विशेष रुचि होने के कारण वह हमेशा से पुलिस की नौकरी करना चाहती थीं, और पिता ने उनके इस सपने को पूरा करने में साथ दिया। कड़ी मेहनत के बाद वर्ष 2018 में दरोगा के बतौर संध्या की बहाली हुई। ट्रेनिंग के बाद वर्ष 2019 में संध्या को तुपुदाना ओपी में पीएसआई के रूप में नियुक्ति मिली थी। संध्या की मां गौ तस्करों द्वारा बेटी को इस तरह मौत के घाट उतारे जाने पर रो रोकर मांग करती हैं कि संध्या को जिसने भी मारा है उसे मृत्युदंड मिलना चाहिए।