चमोली में घर पर गिरी चट्टान, एक ही परिवार के चार की मौत, एक घायल
Dehradun News : धनतेरस की तड़के उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए एक हादसे में एक ही परिवार की दो महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई, मृतक परिवार को पूर्व में आई आपदा के मद्देनजर विस्थापित किया गया था...
Dehradun News : धनतेरस की तड़के उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए एक हादसे में एक ही परिवार की दो महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई। मृतक परिवार को पूर्व में आई आपदा के मद्देनजर विस्थापित किया गया था, जो दीपावली मनाने अपने घर आ गया था। घटना चमोली जिले की थराली तहसील के पैनगढ़ गांव की है। जहां पहाड़ी पर हुए भूस्खलन के बाद गिरे बड़े चट्टाननुमा पत्थरों से तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
मिली जानकारी के मुताबिक हादसे की जद में आए देवानंद सती के परिवार को बरसात के दौरान देहरादून विस्थापित किया गया था। लेकिन बरसात के यह परिवार दीपावली मनाने अपने गांव आ गया था। बारिश न होने के कारण अपने घर को सुरक्षित मान कर यह परिवार अपने गांव के भूस्खलन प्रभावित घर में ही रह रहा था। इसी बीच शनिवार की सुबह ढाई बजे के करीब हुए जोरदार भूस्खलन की वजह से पहाड़ से चट्टानों के कुछ टुकड़े मकान पर गिर पड़े। जिससे इस परिवार के पांच लोग बोल्डरों व मलबे में दब गए। इसके अलावा और तीन परिवारों के मकान भी मलबा गिरने से क्षतिग्रस्त हो गए।
चीख पुकार होने पर गांव में सीमित साधनों से बचाव कार्य शुरू कर जानकारी प्रशासन को दी गई तो शनिवार सुबह तड़के तहसील प्रशासन, एनडीआरएफ की टीम गांव में पहुंची। जिसके बाद बचुली देवी पत्नी माल दत्त उम्र (75 वर्ष) का शव निकाल लिया गया था। जबकि घायल 37 वर्षीय सुनीता देवी पत्नी घनानंद सती ने रास्ते में उपचार के लिए ले जाते समय दम तोड़ दिया। मकान के अंदर दबे देवानंद (57 वर्ष) एवं घनानंद (45 वर्ष) के शवों को तहसील प्रशासन, एनडीआरएफ एवं स्थानीय ग्रामीणों ने जेसीबी सहित अन्य संसाधनों के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद सुबह 8 बजे के करीब निकाला जा सका। जबकि घायल 15 वर्षीय योगेश पुत्र घनानंद को सीएचसी थराली में प्राथमिक उपचार के बाद हाईसेंटर रेफर कर दिया गया हैं।
जिन और मकानों पर पहाड़ का मलवा गिरा है, उसे स्थानीय लोग हटाने में जुटे हुए हैं। हालांकि इनमें किसी जनहानि की अभी तक खबर नहीं है। इस घटना से जहां भूस्खलन पीड़ित गांव में दहशत छा गई हैं, वही दीपावली से ठीक पहले हुए इस दर्दनाक हादसे की वजह से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।