Champawat News : चीन से प्रेरणा लेकर उत्तराखंड में इस बाप ने बेटे को ही डाल दिया पिंजरे में, ढाई माह के बाद कभी-कभार छोड़ते हैं खुला

Champawat News : युवक के पिता लालाराम के अनुसार उसका बेटा कई सालों से स्मैक का नशा कर रहा है, कई बार नशा मुक्ति केंद्र में डालने के बावजूद उनके बेटे की लत नहीं छूट सकी है....

Update: 2022-01-31 09:23 GMT

(पिता ने शराबी बेटे को पिंजरे में डाला)

सलीम मलिक की रिपोर्ट

Champawat News : उत्तराखण्ड के चम्पावत जिले के टनकपुर शहर (Tanakpur City) में एक व्यक्ति ने अपने बेटे को ही पिंजरे में बंद कर दिया। अपने नशेड़ी बेटे की हरकतों से परेशान इस व्यक्ति को यह आईडिया चीन (China) से जुड़ा एक लेख पढ़ने के बाद मिला था।

घटनाक्रम के अनुसार रविवार की शाम को टनकपुर में एकाएक एक ऐसा वीडियो वायरल (Video Viral) होने लगा जिसमें एक युवक पिंजरे में कैद था। तहकीकात में पता चला कि पिंजरे (Cage) में बंद युवक सीमेंट रोड पर रहने वाला हिमांशु है। हिमांशु को उसके ही परिजनों ने उसकी नशे की लत से परेशान होकर पिंजरे में बंद करके रखा था। इसी का यह पिंजरे में कैद करने का वीडियो वायरल होने लगा था।

युवक के पिता लालाराम के अनुसार उसका बेटा कई सालों से स्मैक का नशा कर रहा है। कई बार नशा मुक्ति केंद्र में डालने के बावजूद उनके बेटे की लत नहीं छूट सकी है। खुला छोड़ने पर वह माता पिता के अलावा भाई बहनों से मारपीट करते हुए पैसे की मांग करता है। फेरी लगाकर परिवार की गुजर-बसर करके अपना परिवार पाल रहे लालाराम ने बताया कि जब नशे से बेटे को बचाने का कोई उपाय नहीं सूझा तो उन्होंने चीन की एक तरकीब को अपनाकर पिंजरा बनवाया।

चीन से सम्बंधित एक लेख में पढ़कर उन्हें पता चला था कि वहां ऐसे लोगों को पिंजरे में बंद करके रखा जाता है। इसलिए उन्होंने भी अपने बेटे को पिंजरे में ही कैद करके रखना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि वह बेटे को दो से ढाई माह के बाद कभी-कभार खुला छोड़ते हैं। लेकिन अधिकांश उसे पिंजरे में ही रखने को मजबूर हैं।

इस मामले में चम्पावत के एसपी देवेन्द्र पींचा ने बताया कि वायरल वीडियो की बाबत पता चला है कि युवक नशेड़ी होने के साथ-साथ मनोरोगी भी है। परिजन बेटे को नशामुक्ति केंद्र ले जाने के लिए पिंजरा प्रयोग करते हैं। पुलिस इस परिवार की काउंसलिंग के साथ-साथ हर तरह की मदद करने का प्रयास कर रही है। पींचा ने बताया कि ड्राई टाइप के जितने भी नशे हैं, उनसे युवक अंततः मनोरोगी ही बन रहे हैं। इसीलिए पुलिस ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर इनके नेटवर्क व धंधे को ध्वस्त करने में जुटी है।

वहीं सीओ अविनाश वर्मा ने बताया कि वीडियो संज्ञान में आने के बाद परिजनों से बात की गई है। बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है। सीओ ने कहा कि युवक का परीक्षण कराकर परिजनों को मेंटल अस्पताल में भर्ती कराने का सुझाव दिया गया है।

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