Dalit in Mandir : दलित युवक मंदिर में घुसा तो लगा दिया जुर्माना, हजारों खर्च कर देना पड़ा भोज भी

Dalit in Mandir: यहां एक दलित युवक के मंदिर में प्रवेश करने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। इस परिवार पर ना सिर्फ जुर्माना लगाया गया बल्कि इस परिवार को सामूहिक भोज भी कराना पड़ा..

Update: 2021-09-26 03:42 GMT

(दलित युवक मंदिर में घुसा तो लगा दिया जुर्माना, देना पड़ा भोज भी) प्रतीकात्मक तस्वीर


Dalit in Mandir: (जनज्वार)। मंदिरों में दलितों के प्रवेश (Dalit entry in temples) के विरोध के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। अब कर्नाटक (Karnataka) में एक बार फिर मंदिर में प्रवेश करने के लिए एक दलित व्यक्ति के ऊपर जुर्माना लगाने का मामला सामने आया है।

यहां एक दलित युवक के मंदिर में प्रवेश करने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। इस परिवार पर ना सिर्फ जुर्माना (Fine) लगाया गया बल्कि इस परिवार को सामूहिक भोज भी कराना पड़ा। मामला कोप्पल (Koppal in Karnataka) का है। कर्नाटक में एक महीने के भीतर यह इस तरह की दूसरी घटना बताई जा रही है।

बताया जाता है कि कोप्पल जिले के कारातागी क्षेत्र (Karatagi area) के एक गांव में स्थित मंदिर में प्रवेश करने के लिए एक दलित व्यक्ति को 11 हजार रुपये दावत पर खर्च करने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस सूत्रों ने इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी है।

पुलिस के मुताबिक यह युवक (Dalit Youth) लक्ष्मी देवी मंदिर (Lakshmi Devi Temple) में गया था। इसके बाद युवक को जबरन (Forcefully) भोज का आयोजन करने के लिए कहा गया। जिसमें 11,000 रुपए खर्च हुए। न्यूज एजेंसी  'PTI' से बातचीत में यहां के पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) टी श्रीधर ने कहा कि हां, यह सही है कि मंदिर में प्रवेश करने पर युवक को 11,000 रुपए भोज पर खर्च करने पड़े। 

हालांकि, श्रीधर (T. Sridhar) ने कहा कि यह घटना दलित समुदाय (Dalit Cummunity) के व्यक्ति के प्रवेश करने से जुड़ी हुई नहीं है। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले गांव में चोरी की एक घटना हुई थी और इसके बाद ग्रामीणों ने तय किया था कि पुजारी को छोड़कर मंदिर में किसी को प्रवेश नहीं करने देना चाहिए। लेकिन दलित व्यक्ति ने 14 सितंबर को किसी परंपरा को पूरा करने के लिए मंदिर में प्रवेश किया था।

पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को यह मामला प्रकाश में आया है। मंदिर के पुजारी (Priest Of Temple) पर आरोप है कि उसने इस युवक पर जबरन भोज आयोजित करने के लिए दबाव बनाया था। पुलिस के मुताबिक कुछ महीने पहले गांव में एक चोरी हुई थी। जिसके बाद गांव वालों ने तय किया था कि पुजारी को छोड़ कर औऱ कोई भी दूसरा शख्स इस मंदिर में प्रवेश नहीं करेगा। 

पुलिस ने दलित युवक की पहचान उजागर नहीं की है। बताया जा रहा है कि यह 14 सितंबर को यह युवक मंदिर के अंदर घुसा था। यह युवक पूजा करवाना चाहता था और इसी से संबंधित कुछ जानकारी हासिल करने के लिए वो मंदिर में आया था। वहीं, कुछ अन्य पुलिस सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

बता दें कि इससे पहले चार सितंबर को भी कोप्पल जिले के कुस्तागी पुलिस थाना क्षेत्र के मियापुर गांव (Miyapur village) में एक मंदिर में चेन्ना दासर समुदाय के दो वर्षीय बच्चे ने प्रवेश कर लिया था। इसके लिए दलित समुदाय के इस बच्चे के परिवार के ऊपर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का मामला सामने आया था। उस घटना में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

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