जिस श्मशान घाट की छत गिरने से मरे 25 लोग उसका उद्घाटन किया था योगी आदित्यनाथ ने?

मुरादाबाद कांग्रेस ने सवाल किया है, श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे। क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे? भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश ईकाई का भ्रष्ट तंत्र सामूहिक रूप से इस नरसंहार का दोषी है...

Update: 2021-01-05 18:19 GMT

जनज्वार। 3 जनवरी को यूपी के मुरादनगर में अंतिम संस्कार में शामिल होने गये लोगों के साथ एक भयावह हादसा हुआ था, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गयी और दर्जनभर से ज्यादा लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।

मुरादनगर के उखरालसी गांव में पिछले साल अक्तूबर, 2020 में ही श्मशान घाट गैलरी का निर्माण कराया गया था। जानकारी के मुताबिक सरिया को छोड़ निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। गैलरी ढहते ही निर्माण सामग्री चूरे में तब्दील हो गई, जिसे लेकर शासन-प्रशासन पर सवाल उठे और आज, योगी आदित्यनाथ ने गुनहगारों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

तमाम खबरों के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर प्रसारित हो रही है, जिसमें सामने आ रहा है कि उखरालसी गांव में बने इस श्मशान घाट का उद्घाटन योगी आदित्यनाथ ने किया था। ट्वीटर पर कई लोगों ने शिलान्यास वाले पत्थर की तस्वीर शेयर करते हुए योगी आदित्यना को कठघरे में खड़ा किया है।

आसिफ चौधरी ने ट्वीट किया है, 'यह मुरादनगर के उसी श्मशान घाट के बाहर लगा शिलापट है जिसके भीतर भ्रष्टाचार का दानव कई ज़िंदगियों को लील गया, श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे,क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे!'

कुलदीप यादव ने ट्वीट किया है, 'मुरादनगर चेयरमैन विकास तेवतिया दुआरा उद्घाटन किया गया लोकनिर्माण पत्थर।'

दीपक भारद्वाज ने ट्वीट किया है, 'मुरादनगर नगरपालिका गाजियाबाद आज का ज्ञान :- भारत में जब चेयरमैन सत्ताधारी दल से हो तब वह राष्ट्रपति के बराबर होता है, उस पर देश के किसी थाने में केस दर्ज नहीं हो सकता। ज्ञान समाप्त।'

वहीं जाकिर अली त्यागी ने ट्वीट किया है, 'मुरादनगर श्मशान घाट मामले में सरकार को बलि का बकरा बनाने के लिए कोई गोरखपुर की तरह @drkafeelkhan नहीं मिला,वरना इस मामले में तमाम सबूत होने के बाद भी ठेकेदार अजय त्यागी बच जाता और कफ़ील (मुस्लिम) फ़ंसाया जाता,ठेकेदार अजय ने कहा है कि मैं 30% रिश्वत अधिकारियों को देता था।

मुरादाबाद कांग्रेस ने ट्वीट किया है, 'श्रेय लेने के मामले में जिस प्रकार आगे रहे। क्या दलाली के मामले में पीछे रहे होंगे? भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश ईकाई का भ्रष्ट तंत्र सामूहिक रूप से इस नरसंहार का दोषी है। #मुरादनगर_नरसंहार

निखिल खत्री ने सवाल उठाया है, '#मुरादनगर श्मशान घाट हादसे के सारे गुनहगार एक ही शिलापट में!! श्रेय लेने में सबसे पहले थे तो अब जिम्मेदारी लेने के लिए भी सबसे आगे इन्ही को आना चाहिए!! #श्मशान_के_दलाल!!

अभिषेक त्यागी लिखते हैं, 'मेन मुखिया तो यही है श्मशान का उद्घाटन करने वाला। अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मुरादनगर, इसको सजा कब... या बस चेले चपटो को ही पकड़ते रहोगे...'

गौरतलब है कि गाजियाबाद के दयानंद कॉलोनी में रहने वाले फल विक्रेता दयाराम की शनिवार 2 जनवरी की रात बीमारी के चलते मौत हो गई थी। रविवार 3 जनवरी को उनके अंतिम संस्कार के लिए परिजन मुरादनगर स्थित एक श्मशान घाट पर उनका शव लेकर पहुंचे।

अंतिम संस्कार में रिश्तेदारों और पास-पड़ोसियों को मिलाकर लगभग 100 लोग श्मशान घाट पर पहुंचे थे। सुबह से हो रही बारिश के चलते अंतिम संस्कार में शामिल होने गये लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े हो गये थे। जिस भवन में लगभग 100 लोग खड़े थे, अचानक जमीन धंसने से उसकी दीवार बैठ गई और छत भरभराकर गिर गई। इसी छत के गिरने से यह भयानक और दर्दनाक हादसा हुआ।

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