Diwali 2021 : महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत रिहायशी प्लाटों के लिए आरक्षित भूमि पर मनाई सामूहिक दिवाली

Diwali 2021 : खेत मजदूर यूनियन जिला उपाध्यक्ष दयानंद पंवार एडवोकेट ने कहा महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत सन 2008 में रिहायशी प्लाटों का आवंटन किया गया था।

Update: 2021-11-05 13:19 GMT

(झांबा गांव के 90 पात्र लाभार्थियों ने मिलकर अपने प्लाटों पर मोमबत्तियां और दीये जलाकर मनाई दिवाली)

Diwali 2021 : अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन जिला अध्यक्ष राजेंद्र ने बताया सनौली खंड (Uttar Pradesh) में झांबा गांव के अनूसूचित जाति, पिछड़ी जाति एवं बीपीएल परिवारों (BPL Families) ने महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना (Mahatma Gandhi Gramin Basti Yojana) के तहत रिहायशी प्लाटों के लिए आरक्षित करीब तीन एकड़ भूमि पर सामूहिक रूप से दीपावली महोत्सव (Diwali 2021) मनाया।

हरियाणा में पानीपत जिले के सनौली खंड के झांबा गांव के 90 पात्र लाभार्थियों ने मिलकर अपने प्लाटों पर मोमबत्तियां और दीये जलाकर दीपावली प्रकाश पर्व मनाया। प्लाट धारकों में जहां हिंदू रीति-रिवाज से पूजा पाठ करने वाले लाभार्थियों ने दीए जलाकर दीपावली मनाई वहीं मुस्लिम समाज को मानने वाले प्लाट लाभार्थियों ने भी मोमबत्तियां जलाकर धर्मनिरपेक्षता की मिसाल पेश कर साम्प्रदायिक सद्भाव से दीपावली महोत्सव में हिस्सेदारी की।

खेत मजदूर यूनियन जिला उपाध्यक्ष दयानंद पंवार एडवोकेट ने कहा महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत सन 2008 में रिहायशी प्लाटों का आवंटन किया गया था। उक्त योजना के तहत 100 - 100 वर्ग गज के रिहायशी प्लाटों की 90 पात्र लाभार्थियों के नाम 12 वर्ष पहले बापौली तहसील मेंं सरकार द्वारा हिब्बानामा भी करवाया जा चुका है। सालों साल के संघर्ष और जद्दोजहद के बाद 3 जून 2021 को पुलिस सुरक्षा में प्लाटों की आरक्षित भूमि की निशानदेही हुई थी।


खेत मजदूर यूनियन नेताओं और लाभार्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा प्रशासन जानबूझकर सरकार की योजना को क्रियान्वित करने में ढुलमुल रवैया अपना रहा है। जरुरतमंद परिवारों के पक्ष में सरकार पोलिसी को लागू करने में कोताही बरत रही है। पिछले 12 वर्षों में सैंकड़ों बार डी सी पानीपत,एस डी एम समालखा और बी डी पी ओ सनौली के कार्यालयों के चक्कर लगाने के बावजूद लाभार्थियों को सरकार की योजना से वंचित रहना पड़ रहा है।

पंचायत प्रशासन और सरकार की नींद नहीं खुली तो अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के नेतृत्व में लाभार्थियों को स्वयं महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के नक्शा अनुसार प्लाटों, रास्तों की पैमाईश करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

इस अवसर पर अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन जिला अध्यक्ष राजेंद्र, उपाध्यक्ष दयानंद एडवोकेट, खेत मजदूर यूनियन झांबा गांव कमेटी अध्यक्ष बिमला, गांव कमेटी सचिव जयकिशन, नफीस, सतपाल, सुमेर, रविन्द्र, गीता, निर्मला, राजवंती, सीमा, विद्या, शिमला, सावित्री, हुसन, बानो, सोना, नीलम, राजपति, मायावती,सकिला,मेवा, विशाल, साहब सिंह, अजय,काकू,बबला, गंगा राम, विनोद, नदीम, राजेश, वीरभान,बजिंदर आदि सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।

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