बिकरू डॉन विकास दुबे से याराना पड़ेगा भारी, 3 पीपीएस सहित 40 पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज

एसआईटी की जांच में गैंगस्टर विकास दुबे के मददगार 19 प्रशासनिक अफसरों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी, पुलिसकर्मियों की भी लंबी सूची है....

Update: 2020-11-20 10:38 GMT

जनज्वार, कानपुर। यूपी के कानपुर में हुए विख्यात बिकरू कांड के बाद आईपीएस अनंत देव पर कार्रवाई सहित अब 40 और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी। इनमें तीन पीपीएस भी शामिल हैं। इससे पहले पुलिस ने विकास की पत्नी ऋचा भाई समेत 9 लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे की जद में सिपाही, दरोगा और इंस्पेक्टर भी हैं। शहर के पुलिस अफसरों को इसकी सूची भेज दी गई है।

एसआईटी की जांच में 19 प्रशासनिक अफसरों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। पुलिसकर्मियों की भी लंबी सूची है। सूत्रों के मुताबिक तत्कालीन एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह, तत्कालीन सीओ कैंट राम कृष्ण चतुर्वेदी और वर्तमान सीओ एलआईयू सूक्ष्म प्रकाश का नाम शामिल हैं। ये तीनों पीपीएस अफसर हैं। इनके अलावा 37 अन्य पुलिसकर्मियों में दरोगा इंस्पेक्टर, और सिपाही शामिल हैं।

कानपुर के अलवा कानपुर देहात के शिवली थाना व लखनऊ के कृष्णा नगर थाने एक पूर्व इंस्पेक्टर व अन्य पुलिसकर्मियों को एसआईटी ने दोषी ठहराया है। इन सभी पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 37 पुलिसकर्मियों में से 23 पुलिसकर्मियों की भूमिका बेहद गंभीर पाई गई है। एडीजी स्तर से इनकी जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। अन्य पर प्रतिकूल प्रवृष्टि या चेतावनी भी दी जा सकती है।

इन पर होगी कार्रवाई

जेल में बंद चौबेपुर के पूर्व एसओ विनय तिवारी, दरोगा केके शर्मा, बजरिया थानेदार राममूर्ति यादव, पूर्व बजरिया इंस्पेक्टर मोहम्मद इब्राहिम, एसके वर्मा, पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश, राधे श्याम यादव, संजय सिंह, सतीश चंद्र, राकेश कुमार, लालमणि सिंह, बूजकिशोर मिश्र, मुकेश कुमार, पूर्व शिवली थानेदार राकेश कुमार श्रीवास्तव, पूर्व रूरा थानेदार धर्मवीर सिंह, पूर्व नजीराबाद थानेदार जितेंद्र पाल, दरोगा दीवान सिंह, दोरोगा विश्वनाथ मिश्रा, अजहर इशरत, कुंवरपाल सिंह, दरोगा संजय कुमार, जय कुमार त्रिपाठी, इंद्रापाल, बैजनाथ गौड़, सुजीत कुमार मिश्रा, लवकुश सिंह चौहान तत्कालीन थाना प्रभारी शिवली दीवान गिरिा व सूबेदार सिंह, लखनऊ कृष्णा नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय, कृष्णा नगर थाने के दरोगा अवनीश कुमार सिंह, सिपाही लायक सिंह, राजीव कुमार, अभिषेक कुमार, कुंवर पाल धमेंद्र सिंह, विकास कुमार और सुरेश तिवारी का नाम शामिल है।

पत्नी सहित 9 परिजनों पर भी मुकदमा

एसआईटी की जांच के बाद विकास दुबे की पत्नी रिचा और भाई समेत नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एसआईटी ने खुद अपनी जांच के बाद पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। बता दें कि बिकरू कांड की जांच एसआईटी कर रही थी। जांच के दौरान पाया गया था कि कुख्यात विकास दुबे की पत्नी समेत उसके रिश्तेदारों और परिचित फर्जी दस्तावेजों पर सिम लेकर चला रहे थे।

जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन और पुलिस ने यह कार्रवाई की। जांच में यह भी पता चला कि जय बाजपेई ने फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट बनवाया था। जांच के दौरान विकास दुबे की पत्नी रिचा, मोनू, अरविंद त्रिवेदी, राजू बाजपेयी, विष्णु पाल, दीपक, शिव तिवारी, शांति देवी, खुशी, रेखा के फर्जी आईडी पर सिम लेने की बात सामने आई थी। पुलिस ने जब इनके मोबाइल नंबरा का ब्योरा निकाला तब ये तथ्य सामने आए।

इन सभी के खिलाफ अपर मुख्य सचिव और एसआईटी अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के निर्देश पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था। वहीं जय बाजपेई के पासपोर्ट के बारे में पता चला कि आपराधिक इतिहास छिपाने के लिए जय ने फर्जी वोटर आईडी कार्ड पर पासपोर्ट भी बनवाया था, लेकिन निवास का पता बदल दिया गया था।

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