Gurugram News : गुरुग्राम के नमाज स्थल पर हिंदुत्ववादी संगठनों ने आयोजित की गोवर्धन पूजा, कपिल मिश्रा भी पंहुचे

Gurugram News : कपिल मिश्रा शुक्रवार को गुड़गांव के सेक्टर 12ए साइट पर संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति द्वारा आयोजित गोवर्धन पूजा में शामिल हुए। सेक्टर 12ए साइट में हर शुक्रवार को नमाज हो रही थी।

Update: 2021-11-05 11:32 GMT

(गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में कपिल मिश्रा)

Gurugram News : भाजपा में शामिल होने के बाद से कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) अकसर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते  हैं। इस बीच शुक्रवार को वह गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर 12ए नमाज स्थलर पर संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति द्वारा आयोजित गोवर्धन पूजा में शामिल होने पहुंच गए। सेक्टर 12ए साइट में हर शुक्रवार को नमाज हो रही थी। बता दें कि यहां पुलिस की सुरक्षा में नमाज अदा की जा रही थी। 2 सप्ताह के लिए दक्षिणपंथी संगठनों और स्थानीय निवासियों के कारण रुकावट देखी गई थी।

नमाज के विरोध में की गोवर्धन पूजा

पिछले महीने के अंत में 26 प्रदर्शनकारियों के एक समूह को नमाज को बाधित करने की कोशिश के लिए गिरफ्तार किया गया था। इन प्रदर्शनकारियों में 10 दक्षिणपंथी समूह थे। हालांकि एक दिन बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। रविवार 31 अक्टूबर को संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति ने घोषणा की थी कि वे सभी सार्वजनिक स्थानों पर नमाज का विरोध करने के लिए गोवर्धन पूजा करेंगे।

आठ स्थलों पर नमाज की अनुमति वापस

मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे साइट से स्थानांतरित होने के इच्छुक हैं लेकिन उससे पहले नमाज के लिए उन्हें एक वैकल्पिक स्थान प्रदान किया जाए या वक्फ बोर्ड की संपत्ति को अतिक्रमण से मुक्त किया जाए। प्रशासन ने गुरुवार को शहर के 8 स्थानों पर नमाज की अनुमति वापस ले ली थी। गुड़गांव पुलिस के एक बयान में अधिकारियों ने कहा कि 'यह निर्णय स्थानीय निवासियों और निवासी कल्याण संघों की आपत्ति' के बाद लिया गया था। बता दें कि उन स्थानों की सूची की पहचान करने के लिए हिंदू और मुस्लिम समुदायों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों की एक समिति का गठन किया गया था। जहां शुक्रवार की नमाज भविष्य में की जा सकती है।

मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष ने फैसले को बताया था असंवैधानिक

गुरुवार को 8 स्थानों पर सार्वजनिक नमाज करने की अनुमति को वापस ले लिया गया था। मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष शहजाद खान ने नमाज की अनुमति को वापस लेने के फैसले को 'असंवैधानिक' बताया था। उन्होंने कहा था कि 'हम समति की बैठक में इसका विरोध करेंगे। मैं उस दबाव को समझने में विफल हूं। जिसके तहत यह फैसला किया गया है। हमने नेक नीयती से अधिकारियों के साथ बैठकें की थी। इस बात पर सहमति बनी कि अगर हिंदू समुदाय वहां पूजा करना चाहता है तो हम सेक्टर 12 साइट से स्थानांतरित हो जाएंगे। हमने कहा था कि अगर वक्फ बोर्ड की संपत्तियों से अतिक्रमण हटा लिया जाता है तो हम वहां नमाज अदा कर सकते हैं लेकिन यह आदेश उस भावना के खिलाफ है। हम कहां नमाज अदा करेंगे? गुड़गांव में 5 लाख से ज्यादा मुसलमान हैं और नमाज अदा करने के लिए 13 मस्जिदें हैं।'

मुस्लिम समुदाय ने की थी डीसी से मुलाकात

सोमवार1 नवंबर को मुस्लिम समुदाय ने डीसी से मुलाकात की थी और मांग की थी कि प्रशासन या तो उन्हें मस्जिद बनाने के लिए अतिरिक्त जमीन आवंटित करे या फिर 19 मस्जिदों और वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को अतिक्रमण मुक्त कराए। संयोग से हाल ही में 30 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में भाजपा के चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए कथित तौर पर कहा था कि पहले के कांग्रेस शासन के दौरान उनके काफिले को राज्य के एक राजमार्ग पर रोक दिया गया था क्योंकि सड़क पर नमाज पढ़ी जा रही थी। शाह ने कहा था, 'मेरे काफिले को रोक दिया गया और मैंने पूछा कि क्या हुआ। उन्होंने मुझे बताया कि शुक्रवार को राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहता है और लोगों को उस पर नमाज पढ़ने की इजाजत होती है। उन्होंने शुक्रवार को छुट्टी घोषित करने के बारे में भी सोचा। तुष्टिकरण करने वाले कभी देवभूमि के लिए काम नहीं कर सकते।'

Tags:    

Similar News