Gwalior Crime News : 15 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देने वाला गिरोह पहली बार चढ़ा मध्य प्रदेश पुलिस के हत्थे
Gwalior Crime News : पुलिस ने ग्वालियर थाने में फरियादी विजयराम प्रजापति की ओर से दर्ज एक रिपोर्ट के आधार पर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के आगरा ओर मथुरा में इन लोगों के खिलाफ 9 आपराधिक मामले दर्ज है।
Gwalior News : मध्यप्रदेश की ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने मंगलवार 19 अक्टूबर को ठगों के एक गैंग के चार सदस्यों को पकड़ा है। ग्वालियर पुलिस के लिए यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि इस गैंग के खिलाफ कई केस दर्ज थे। पुलिस इनको अबतक पकड़ नही पाई थी। ये गिरोह पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
ग्वालियर से 4 ठग गिरफ्तार
खबरों के मुताबिक यह गिरोह हॉस्पिटल (Hospital) के बाहर खड़े होकर अन्य शहरों व प्रदेशों से आने वाले लोगों को लकी ड्रॉ निकालकर इनाम जीतने का लालच देकर ठगी करता था। मंगलवार 19 अक्टूबर को पुलिस को एक हॉस्पिटल के बाहर गैंग के खड़े होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार इनकी पहचान गोपाल गोस्वामी, मनीष, तनुज व जगदीश गोस्वामी के रूप में हुई है। ये चारों ठग उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी हैं। सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं।
यूपी में दर्ज हैं 9 केस
पुलिस ने ग्वालियर थाने में फरियादी विजयराम प्रजापति (Vijayram Prajapati) की ओर से दर्ज एक रिपोर्ट के आधार पर ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के आगरा और मथुरा में इन लोगों के खिलाफ 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या की कोशिश जैसे गंभीर केस शामिल हैं लेकिन पुलिस इन्हें पकड़ने में नाकामयाब रही। पुलिस को इनके पास से 40 हजार रुपए, बाइक व एक साइकिल भी बरामद हुई है। पूछताछ के दौरान पता चला इन्होंने शहर में 15 से ज्यादा अपराधों को अंजाम दिया है। लेकिन सिर्फ 9 मामले ही थाने में दर्ज हुए है। पुलिस की पूछताछ अभी जारी है। पुलिस को शक है कि इन बदमाशों ने बहुत लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।
युवक से ठगे थे 55 हजार
विजयराम प्रजापति से इन लोगों ने 7 सितंबर को हॉस्पिटल के बाहर ठगी की थी। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज हुई और इसी मामले में इन ठगों की गिरफ्तारी हुई है। विजयराम प्रजापति मानकापुरा गोरमी जिला भिण्ड के निवासी हैं। ठगी के बाद पीड़ित ने पुलिस को आकर सारा मामला बताया था। विजय अपनी पत्नी महादेवी का इलाज कराने ग्वालियर लाया था। जहां उसने बसंत विहार चेतकपुरी के गालव हास्पिटल में पत्नी को भर्ती कराया था। उसी दिन शाम करीब 4.30 बजे हॉस्पिटल के बाहर एक साइकिल वाला आया और अपनी साइकिल कुछ दूरी पर खड़ी कर इशारे से विजय को अपने पास बुलाया। उसके बाद एक ऑटो से तीन व्यक्ति आए जो साइकिल वाले व्यक्ति से 20-20 रुपए में पर्चियां लेकर लकी ड्रॉ निकालने लगे और रुपए जीतने लगे।
इसी समय साइकिल वाले व्यक्ति ने अन्य साथियों के लिए लक्की ड्रा की पर्ची निकालने को कहा। उसके झांसे में आकर विजय ने उन व्यक्तियों के लिए लकी ड्रॉ की पर्ची खींची तो वह 150 रुपए जीत गया। इसके बाद साइकिल वाले ने विजय से पूछा तुम्हारे पास कितने पैसे हैं तो उसने बताया कि मेरे पास 55 हजार रुपए हैं। जिसके बाद उसके कहने पर पीड़ित ने ठग को पांच हजार रुपये दे दिए। विजयराम ने आगे पुलिस को बताया कि "पता नहीं उसके बाद उन्होंने क्या किया कि मैंने अपने पास रखे 50 हजार रुपये और उनको दे दिये। उसके बाद वह चारों व्यक्ति वहां से निकल गए। मैं अकेला हक्का-बक्का खड़ा रह गया। चारों लोगों ने मेरे साथ धोखाधड़ी कर मेरे 55 हजार रुपए हड़प लिए।"
पुलिस ने जांच के आदेश दिए
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फौरन मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। थाना झांसी रोड में चार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। SP ग्वालियर अमित सांघी द्वारा थाना प्रभारी झांसी रोड को आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए। ASP राजेश दण्डौतिया एवं CSP रत्नेश सिंह तोमर के निर्देशन में पुलिस द्वारा घटना के बाद मिले CCTV फुटेज एकत्रित कर छानबीन शुरू की। जिसके ठगों की बाद सुचना मिलने पर उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।