Haldwani Bull Attack News : घर में घुसकर आवारा सांड ने महिला को पटक-पटककर उतारा मौत के घाट
Haldwani Bull Attack News : इससे पहले की महिला इस खतरे को समझ पाती, सांड ने उसे अपने सींगों पर उठा कर पटकना शुरू कर दिया, महिला ने सांड के चंगुल से बचने का बहुत प्रयास किया....
Haldwani Bull Attack News : अभी तक खेती व सड़कों पर सुगम यातायात के लिए मुसीबत बने आवारा पशुओं (Stray Animals) ने अब घरों में घुसकर लोगों की जान भी लेनी शुरू कर दी है। ऐसे ही एक हादसे में एक महिला की उस समय दर्दनाक मौत हो गयी जब महिला को आवारा सांड (Stray Bull Attack Women) ने पटक-पटककर मार डाला। लोमहर्षक यह पूरी घटना कालाढूंगी (Kaladhungi) तहसील के कोमलाभूरी गांव की है। जहां एक महिला को गली से गुजर रहे सांड ने घर के बाहर ही पटक पटक कर मार डाला। महिला की मौत से उसके चार बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया।
जानकारी के अनुसार कोतलाभूरी (भीमपुरी) गांव निवासी दयालराम मजदूरी करता है। दयाल की दीपा देवी (35 वर्ष) ने अपने घर में एक गाय भी पाल रखी है। दीपा (Deepa Devi) की गाय दिन भर के बाद शाम को अपने घर आ जाती थी। लेकिन आज शाम दीपा की गाय के पीछे-पीछे घूमते हुए एक आवारा सांड भी आ गया। सांड भी गाय के साथ-साथ दीपा के घर में घुसने का प्रयास करने लगा। सांड को घर में घुसते देख दीपा ने डंडे की मदद से सांड को भगाने का प्रयास किया तो बुरी तरह से बिफरे सांड ने दीपा पर हमला कर दिया।
इससे पहले की दीपा इस खतरे को समझ पाती, सांड ने उसे अपने सींगों पर उठा कर पटकना शुरू कर दिया। दीपा ने सांड के चंगुल से बचने का बहुत प्रयास किया लेकिन इसके बावजूद भी सांड ने उन्हें कई बार सींगों पर उठाकर जमीन पर पटक दिया। दीपा के अपने बचाव में चीखने-चिल्लाने के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने साहस दिखाते हुए दौड़कर दीपा को सांड के चंगुल से बचाया। लेकिन तब तक दीपा सांड के हमलों से बुरी तरह घायल हो चुकी थी।
जिसके बाद गंभीर रूप से घायल दीपा देवी को आनन-फानन में हल्द्वानी के सुशीला तिवारी चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुंचाया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचते ही वहां मौजूद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हादसे की खबर मिलने और अस्पताल पहुंची पुलिस ने दीपा के शव का पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया है। दीपा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। दीपा के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। जिनका इस हादसे के बाद रोते-रोते बुरा हाल है।
बता दे कि उत्तराखण्ड में आवारा पशुओं से लोग बुरी तरह त्रस्त हैं। खेती चौपट करने के साथ ही यह आवारा पशु आये दिन सड़को पर यातायात बाधित करते हुए लोगों को भी चोटिल करते रहते हैं। लेकिन आवारा पशु द्वारा इस प्रकार से किसी इंसान को खुलेआम पटक-पटककर मौत के घाट उतार देने की यह पहली घटना है।