RSS से तालिबान की तुलना कर घिरे जावेद अख्तर, BJP विधायक ने चेताया तो ट्वीटर ट्रेंड बना #जावेद_अख्तर_गद्दार_है

जावेद अख्तर ने कहा था कि, 'तालिबान बर्बर है, उसकी हरकतें निंदनीय हैं, लेकिन आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन करने वाले सभी एक जैसे हैं। जावेद अख्तर का यह बयान बीजेपी को कतई पसंद नहीं आया...

Update: 2021-09-06 07:18 GMT
(जावेद अख्तर image source/koimoi)

जनज्वार। आरएसएस (RSS) और तालिबान (Taliban) की तुलना करने को लेकर गीतकार और फिल्म लेखक जावेद अख्तर पर बीजेपी ने हमला बोला है। बीजेपी नेता राम कदम ने बयान के लिए अख्तर से माफी मांगने की बात कही है। साथ ही कहा है कि जब तक वह माफी नहीं मांगते देश में उनकी फिल्में नहीं चलने दी जाएंगी।  

एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने कहा था कि, 'तालिबान बर्बर है, उसकी हरकतें निंदनीय हैं, लेकिन आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन करने वाले सभी एक जैसे हैं। जावेद अख्तर का यह बयान बीजेपी को कतई पसंद नहीं आया। पार्टी के महाराष्ट्र से बीजेपी विधायक ने अख्तर पर निशाना भी साधा है।

महाराष्ट्र से विधायक और प्रवक्ता राम कदम ने अख्तर के बयान पर कहा, 'आरएसएस से जुड़े राजनेता सरकार में मामलों के शीर्ष पर हैं। ये नेता राज धर्म का पालन करते हुए देश चला रहे हैं, अगर वे तालिबान की तरह होते तो क्या अख्तर को ऐसा बयान देने की अनुमति दी जाती? यह एक सादृश्य साबित करता है कि उनके बयान गलत हैं। लेकिन, इस तरह की टिप्पणी करके उन्होंने देश में गरीब लोगों के लिए काम करने वाले आरएसएस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। अगर वह उनसे माफी नहीं मांगते हैं तो हम उनकी फिल्मों को इस देश में नहीं चलने देंगे।'

हिंदू क्रांति नाम के यूजर देश, आरएसएस के लिए सबसे ज्यादा फिक्रमंद लग रहे, लिखते हैं, 'क्या आपको लगता है कि इस कु..XX के लिए केवल माफी ही काम करेगी? उसे तुरंत भारत से बाहर कर देना चाहिए।

जावेद अख्तर के बयान के विरोध में बीजेपी एमएलए राम कदम व उनके समर्थकों ने उनका पुतला जलाने की कोशिश की लेकिन, मुंबई पुलिस ने ऐसा करने नहीं दिया। माना जा रहा है कि पुतले पर जावेद अख्तर की तस्वीर लगाकर जलाया जाना था, जिसके बाद पुलिस ने पुतला जब्त कर लिया। अब बीजेपी घाटकोपर पुलिस स्टेशन में जावेद अख्तर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने जा सकती है।

जावेद अख्तर ने कथित तौर पर यह भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, जनसंख्या भी काफी हद तक धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो आरएसएस और वीएचपी जैसे संगठनों का समर्थन करते हैं और नाजियों के समान विचारधारा रखते हैं.

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