कंझावला कांड : मृतक अंजलि की दोस्त निधि के दावों पर स्वाति मालीवाल हुईं हमलावर, पूछा अब तक कहां थी ये सहेली जो कर रही है उसका चरित्रहनन
Delhi Kanjhawala case : स्वाति मालीवाल कहती हैं, 'अंजलि चिल्ला रही थी, चीख रही थी. और ये जाकर घर सो गई। उसके मरने के तीन दिन बाद सामने आकर ये सिर्फ और सिर्फ उस लड़की को बदनाम कर रही है. आखिर ये कैसी दोस्त थी ...'
Delhi Kanjhawala case : कंझावला कांड में अंजलि सिंह नाम की युवती को 12 किमी. तक कार सवार घसीटकर ले गये थे। उसकी मौत इतनी दर्दनाक थी कि न शरीर पर कोई कपड़ा बचा और नहीं शरीर की हड्डी ही साबूत बची थी। उसकी हड्डियों का कचूमर बन चुका था। अंजलि सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बड़ी बात निकलकर यह बात सामने आयी है कि उसके शरीर पर 14 चोट के निशान थे।
गौरतलब है कि अंजलि को मिली दर्दनाक मौत के बाद दिल्ली पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे थे। चश्मदीद गवाहों के बयानों ने भी दिल्ली पुलिस की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया, मगर अंजलि की दोस्त बनकर मीडिया के सामने आयी निधि के कुछ दावों ने जनता का गुस्सा बढ़ाने का काम किया है। कुछ दावों में यह बात भी सामने आ रही है कि अंजलि ने शराब पी थी, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नशे की पुष्टि नहीं हुई है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने निधि के दावों और खुलासों पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कैसी सहेली है जो अपनी ही सहेली का चरित्रहनन कर रही है, उसे गलत ठहरा रही है। यह कैसी सहेली है जिसने अंजलि को बचाने के बजाय उस रात रजाई में जाकर सोना पसंद किया, आखिर उसे नींद कैसे आयी होगी। अब तक सामने क्यों नहीं आयी ये सहेली।
स्वाति मालीवाल कहती हैं, 'अंजलि चिल्ला रही थी, चीख रही थी. और ये जाकर घर सो गई। उसके मरने के तीन दिन बाद सामने आकर ये सिर्फ और सिर्फ उस लड़की को बदनाम कर रही है. आखिर ये कैसी दोस्त थी ...'
आगे स्वाति सवाल उठाती हैं, 'अंजलि की दोस्त LIVE शो में बैठकर बता रही है कि कैसे उसके सामने लड़कों ने अंजलि को रौंददा और ये "दोस्त" वहाँ से उठके अपने घर चली गयी। ये कैसी दोस्त है ? इसने लड़कों को रोका नहीं, पुलिस या अंजलि के किसी रिश्तेदार को नहीं बताया…घर में जाकर बैठ गयी। इसकी भी जाँच होनी ज़रूरी है!
सोशल मीडिया पर अंजलि की दोस्त निधि लगातार ट्रोल हो रही है। मांग की जा रही है कि निधि की संदिग्ध भूमिका की जांच हो। जानकारी के मुताबिक अंजलि की दोस्त घटना के बाद रात 1:37 अपने घर पहुंची थी। ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर अपनी दोस्त को बीच संकट में छोड़ वह अपने घर कैसे चली गई।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मृतक अंजलि के परिजनों से मिले और 10 लाख रुपये के मुआवजे के अलावा परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की।
परिजनों से मुलाकात के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा, 'यह दरिन्दगी के अलावा कुछ नहीं है। ऐसा हो ही नहीं सकता कि गाड़ी में बैठे लोगों को पता न चले। आज मैं परिवार से मिला हूं, बहुत ही दुःख की बात है कि वो बिटिया अकेले कमाने वाली थी परिवार में। मुख्यमंत्री जी ने कल ही घोषणा 10 लाख देने की की थी और परिवार की यहां मांग है कि परिवार के किसी सदस्य को तुरंत नौकरी के लिए रखा जाए तो हमने उनके परिवार के कुछ लोगों से कागज लिए हैं। हम लोग जल्द से जल्द नौकरी दिलाने के लिए कोशिश करेंगे और परिवार को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी, सरकार से पूरी मदद मिलेगी।'
इस सबके बीच कंझावला कांड पर एक नया सीसीटीवी फुटेज मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अंजलि की कथित दोस्त निधि अपने घर पहुंची है और इसका समय 1:35 दिखा रहा है, जबकि एक्सीडेंट के वक्त अगर निधि अंजली के साथ थी तो एक्सीडेंट का समय और उसके घर आने का फुटेज अलग-अलग समय का कैसे हो सकता है? अब सवाल उठता है कि क्या निधि घर जाकर वापस गई थी या सीसीटीवी का टाइम खराब था?