Kanpur Crime News : कानपुर के काकादेव में पैदा हुआ पंडित गैंग, पुलिसिया सांठगांठ के चलते खौफ की जिंदगी जी रहे स्थानीय निवासी

Kanpur Crime News : पुलिस से साठगांठ के कारण पुलिस का इनको खुला सरक्षंण प्राप्त है इसलिए पीड़ितों की इनके खिलाफ सुनवाई नहीं होती। बीती 5 नवम्बर को ही हर्षित तिवारी ने काकादेव निवासी जितेंद्र यादव को बेरहमी से पीटा था

Update: 2021-11-09 13:29 GMT

Kanpur Crime News : अपराधों पर नकेल कसने के लिए कानपुर (Kanpur) में कमिश्नरेट लागू हुई थी, लेकिन लागू होने के बावजूद दबंगों-बदमाशों का आतंक थमने का नाम नही ले रहा। यहां सक्रिय कथित पंडित गैंग ने चंद दिनों के भीतर ही एक के बाद एक ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देकर क्षेत्र में ख़ौफ़ का माहौल बना दिया है। लेकिन थाना पुलिस कमिश्नरी खाकी पर धब्बा लगने के बावजूद दबंगों पर कार्यवाही करने का नाम नही ले रही है। आजिज आकर पीड़ितों ने डीसीपी (DCP) से शिकायत कर इंसाफ़ की गुहार लगायी है।

मंगलवार 9 नवंबर को कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में काकादेव (Kakadev) निवासी महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की काकादेव क्षेत्र के दबंग व कुख्यात अपराधियों का गैंग चलाने वाले शोभित तिवारी उर्फ सोम उर्फ छोटी पंडित उसका भाई विशाल तिवारी उर्फ लाला पंडित, मनीष तिवारी और हर्षित तिवारी ने बीती 5 नवम्बर की रात जबरन रोककर कट्टा अड़ाकर 10 हजार रंगदारी मांगी।

विरोध करने पर महेंद्र और उसके भाई योगेंद्र को कार के बाहर खींचकर धारदार हथियारों और कट्टे की बटों से पिटाई कर दी गई। जिसमें पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गया। उक्त दबंग महेंद्र को मरणासन्न हालत में छोड़कर जान से मारने की धमकी देते हुए वहाँ से फ़रार हो गए थे। होश में आने पर महेंद्र ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है।

आरोप है कि पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा न लिखकर दबाव बनाते हुए अपने हिसाब से तहरीर लिखवाई तब मेडिकल करवाया और उसके बाद बलवा, मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। वही पांडु नगर चौकी पुलिस पर भी आरोप है कि उन्होंने आरोपियों से साठ-गाँठ कर महज 151 की कार्यवाही करके खानापूर्ति करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया। जिसके बाद हौंसलाबुलंद दबंग पीड़ित को लगातार धमका रहे है।

बकौल महेंद्र, शोभित तिवारी उर्फ सोम उर्फ छोटी पंडित उसका भाई विशाल तिवारी उर्फ लाला पंडित, मनीष तिवारी और हर्षित तिवारी दबंग व अपराधी किस्म के लोग क्षेत्र में जुआ खिलवाना, दारू पीकर जबरन रंगदारी वसूलना, पुलिस के लिए मुखबिरी करने का मुख्य कार्य करते हैं।

क्षेत्रीय पुलिस से साठगांठ के कारण पुलिस का इनको खुला सरक्षंण प्राप्त है इसलिए पीड़ितों की इनके खिलाफ सुनवाई नहीं होती। बीती 5 नवम्बर को ही हर्षित तिवारी ने काकादेव निवासी जितेंद्र यादव को बेरहमी से पीटा था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की। इससे पहले 23 अगस्त को भी इन्ही आरोपियों ने काकादेव निवासी सुमन सिंह के घर मे घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की थी, जिसपर मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन कार्यवाही न होने पर दबंगों को हौसले बुलन्द है।

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